MBBS, MD का मतलब क्या होता? MBBS, MD क्या है जाने पूरी जानकारी? MD Course Details in Hindi – अब तक का सबसे फेमस और सबसे ज्यादा फायदेमंद वाला प्रोफेशन डॉक्टर होता है डॉक्टर को भगवान के बाद दूसरा स्थान दिया जाता है जब भी हम बीमार पड़ते हैं तो हम इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं हमारे आसपास बहुत सारे मेडिकल स्टोर है जहां आपने डॉक्टर को देखा होगा डॉक्टर बनना उतना आसान नहीं जितना लगता है।
आपने अक्सर यह देखा होगा जब आप किसी डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाते हैं तो वह अपने नाम के पहले एमबीबीएस एमडी लिखते हैं इसका क्या अर्थ होता है यह डॉक्टर की एक पहचान होती है।
आज हम यह जानेंगे कि एमबीबीएस एमडी यह सभी डिग्री क्या होती है अगर आप किसी एमबीबीएस डॉक्टर से इलाज करवाते हैं तो आपको किसी भी प्रकार के खतरे की संभावना नहीं होती आजकल बहुत सारे डॉक्टर आपको देखने को मिल जाएंगे लेकिन सभी डॉक्टर पहुंचे हुए डॉक्टर नहीं होते यह आपको ध्यान रखना काफी ज्यादा जरूरी है क्योंकि शरीर के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकते।
एमबीबीएस का मतलब क्या होता है?
सबसे पहले हमें यह समझना जरूरी है कि एमबीबीएस का आखिर मतलब क्या होता है एमबीबीएस कक्षा 12वीं के मेडिकल छात्रों के लिए पूरी देश में सर्जरी और चिकित्सा के क्षेत्र में अध्ययन करने के लिए एक स्नातक तक कार्यक्रम होता हैं।
आपको पता है भारत में लगभग 500 मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की पेशकश की जाती हैं।
लेकिन इनमें आपको प्रवेश करने के लिए NEET परीक्षा पास करनी होती हैं।
भारत में 65000 से भी अधिक छात्राओं को प्रत्येक वर्ष एमबीबीएस में एडमिशन दिया जाता हैं।
एमबीबीएस और एमडी मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल यूनिवर्सिटी/स्कूल/संस्थान से ग्रेजुएशन के बाद दी जाने वाली मेडिसिन और सर्जरी में पहली दो प्रोफेशनल डिग्री हैं।
भारत में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की समय अवधि 5 वर्ष 6 माह निर्धारित है, जिसमें 12 महीने की इंटर्नशिप अनिवार्य है।
एमबीबीएस का कोर्स करने के दौरान छात्र मेडिसिन को समझने के साथ ही इससे सम्बंधित कई पहलुओं का प्रशिक्षण प्राप्त करते है।
जैसे ह्यूमन फिजियोलॉजी, ह्यूमन एनाटॉमी, एप्लाइड फार्माकोलॉजी, एप्लाइड मेडिकल बायोकेमिस्ट्री, ह्यूमन माइक्रोबायोलॉजी, ह्यूमन पैथोलॉजी, डर्मेटोलॉजी, ओटोलरींगोलॉजी, पीडियाट्रिक्स और जनरल सर्जरी।
इन प्रमुख क्षेत्रों के अलावा कई अन्य क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है।
एमबीबीएस का फुल फॉर्म क्या है – MBBS Full Form
एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी होता है एमबीबीएस मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली मेडिकल और सर्जिकल मेडिसिन के एक विशेष ग्रेजुएशन की डिग्री होती है एमबीबीएस विज्ञान और चिकित्सा क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ पेशेवर डिग्री मानी जाती है।
जिस भी व्यक्ति के पास एमबीबीएस की डिग्री है तो वह एक सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर है इसके पास आप अपना इलाज करवा सकते हैं।
MBBS – Bachelor of Medicine and a Bachelor of Surgery (बैचलर ऑफ मेडिसिन ऐंड बैचलर ऑफ सर्जरी)
एमबीबीएस स्पेशलाइजेशन
जितने भी लोग एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करते हैं वह आगे चलकर किस-किस क्षेत्र में एमबीबीएस स्पेशलाइजेशन की लिस्ट उनके नाम इस प्रकार है –
- आप्थाल्मोलॉजी
- जनरल मेडिसिन
- बोन डिसीज
- जनरल सर्जरी
- अनेस्थिसियोलॉजी
- ऑब्सटेट्रिक एंड गाइनोकोलॉजी
- साइकेट्री
- पीडियाट्रिक्स
- डर्मेटोलॉजी
- ENT (कान, नाक और गला)
MBBS के लिए योग्यताये
एमबीबीएस के लिए ज़रुरी है कि छात्र ने अपनी 12वीं की पढ़ाई PCB (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) से पूरी की हो। |
छात्र ने 12वीं कक्षा अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी या कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम 50% अंक के साथ उत्तीर्ण की हो। |
भारत में एमबीबीएस कोर्स करने के इच्छुक छात्रों को NEET UG की परीक्षा क्लियर करने की ज़रूरत होती है। कई विश्वविद्यालय या कॉलेज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जिनमें आवश्यक अंकों को प्राप्त करके ही छात्रों उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में MBBS कोर्स करने के लिए सक्षम होंगे। |
विदेश में एमबीबीएस के लिए प्रवेश परीक्षा जैसे NEET, MCAT (ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा के लिए), UKCAT, BMAT, GAMSAT (UK के लिए) आदि के स्कोर जरूरी होते हैं। |
विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए भाषा प्रवीणता के रूप में IELTS/ TOEFL/ PTE टेस्ट अंक ज़रूरी होते हैं। |
विदेश विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR और CV/Resume जैसे दस्तावेजों की भी आवश्यकता होती है। |
उम्मीदवारों की एमबीबीएस एडमिशन पाने के लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। एमबीबीएस प्रवेश के लिए ऊपरी आयु सीमा 25 वर्ष है। |
टॉप कॉलेज In India
भारत में बहुत सारे ऐसे कॉलेज है जहां से आप एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं उनमें से कुछ विशेष कॉलेज के नाम इस प्रकार हैं –
महाविद्यालय | मेडिकल रैंकिंग | स्थान |
ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज | 1 | नई दिल्ली |
पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च | 2 | चंडीगढ़ |
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर | 3 | वेल्लोर |
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस | 4 | बैंगलोर |
संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज | 5 | लखनऊ |
अमृता विश्व विद्यापीठम | 6 | कोयंबटूर |
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी | 7 | वाराणसी |
जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च | 8 | पुदुचेरी |
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी | 9 | लखनऊ |
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाली | 10 | मणिपाल |
टॉप कॉलेज In World
यूनिवर्सिटीज का नाम | QS वर्ल्ड रैंकिंग्स 2022 |
---|---|
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय | 2 |
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय | 3 |
हावर्ड यूनिवर्सिटी | 5 |
मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | 1 |
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय | 3 |
येल विश्वविद्यालय | 14 |
शिकागो विश्वविद्यालय | 10 |
इंपीरियल कॉलेज लंदन | 7 |
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय | 25 |
Salary की जानकारी
आप किस पद के लिए एमबीबीएस का कोर्स करते हैं और किस पद में स्पेशलिस्ट होते हैं उसे आधार पर आपका वेतन निर्धारण किया जाता है यहां पर आपको सालाना वेतन कितना दिया जाएगा किस पद के लिए उसकी जानकारी दी गई है –
वेटेरिनारियंस | 73-75 लाख |
रजिस्टर्ड नर्स | 55-58 लाख |
डेंटिस्ट | 1.21-1.23 करोड़ |
फिजिशियन और सर्जन | 1.53-1.70 करोड़ |
एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट | 37-38 लाख |
मेडिकल प्रोफेसर और लेक्चरर | 50-52 लाख |
रिसर्चर | 1.10-1.20 करोड़ |
साइंटिस्ट | 1.20-1.24 करोड़ |
होम हेल्थ और पर्सनल केयर | 20-30 लाख |
काउंसलर | 71-75 लाख |
एमडी का मतलब क्या होता है – MD Mean
कोर्स | एमडी कोर्स |
फुल फॉर्म | डॉक्टर ऑफ मेडिसीन |
स्तर | डॉक्टरेट |
अवधि | 2 से 3 वर्ष |
योग्यता | एमबीबीएस और समकक्ष डिग्री |
परीक्षा का प्रकार | सेमेस्टर |
प्रवेश प्रक्रिया | एमबीबीएस + प्रवेश परीक्षा |
करियर ऑपर्च्युनिटी | सरकारी क्षेत्र की नौकरियां, प्राइवेट या स्वयं का सेट-अप |
एमडी कोर्स के बाद भारत में वेतन | INR 2 लाख से 5 लाख/ वर्ष |
एमबीबीएस की तुलना में एमडी उच्च डिग्री है।
एमडी का साधारण अर्थ होता है डॉक्टर ऑफ मेडिसिन के क्षेत्र में जो व्यक्ति कोर्स करता है उसे हम एचडी कहते हैं।
एमडी मेडिकल में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होती है लेकिन एमबीबीएस अंडरग्रैजुएट डिग्री होती हैं।
अगर कोई व्यक्ति चाहे तो वह एमबीबीएस की डिग्री पूरी करने के बाद MD कर सकता हैं।
बहुत से देश में MD की डिग्री को PHD के बराबर माना जाता हैं।
एमडी विशेषज्ञता में स्त्री रोग, नेत्र विज्ञान, दंत चिकित्सा, बाल रोग आदि शामिल हैं। इस प्रकार यह डिग्री फार्मास्यूटिकल सेक्टर में एक छात्र विशेषज्ञ बनाती है। एमडी मेडिकल क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध कोर्स में से एक है।
कोर्स की अवधि क्या है?
एमडी मेडिकल एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के बाद प्राप्त 3 साल की स्नातकोत्तर डिग्री है।
इसके अंतर्गत कई विषय कैसे कार्डियोलॉजी, क्लिनिकल फार्माकोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, नियोनेटोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरो रेडियोलॉजी, पल्मोनरी मेडिसिन, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और रुमेटोलॉजी हैं।
एमबीबीएस की तरह छात्र चिकित्सा के लगभग सभी क्षेत्रों में अध्ययन करते हैं, जबकि एमडी कोर्स के दौरान छात्र सिर्फ एक विषय में गहन अध्ययन करते है अर्थात किसी एक क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करते है |
एमडी और एमबीबीएस दोनों ही मेडिकल डिग्री हैं परन्तु यह एक दूसरे से अलग हैं।
एमबीबीएस कोर्स के दौरान छात्रों को थ्योरी बेस पर अध्ययन कराया जाता है, जबकि एमडी कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को व्यावहारिक प्रशिक्षण (Practical Training) पर अधिक ध्यान देना होता है।
डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं?
1. General Physician. यह एक सामान्य डॉक्टर होता है।
2. Cardiologist (दिल का डॉक्टर) ये दिल के डॉक्टर होते हैं।
3. Dentist (दांत के डॉक्टर) यह दांत का डॉक्टर होता है।
4. Physiatrists
5. Allergist (एलर्जी का डॉक्टर)
6. Audiologist (कान का डॉक्टर)
7. An anesthesiologists
8. Dermatologist (त्वचा का डॉक्टर)
एमडी का फुल फॉर्म – MD Full Form
एमडी का अर्थ होता है डॉक्टर ऑफ मेडिसिन इसे अगर आसान शब्दों में समझा जाए तो मेडिकल एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के पश्चात 3 वर्ष की पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री हैं।
जब आप नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हैं उसके बाद ही आप एमडी में प्रवेश कर सकते हैं।
MD – “Doctor of Medicine (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन)”
MD बनने के मुख्य चरण
एमडी बनने के लिए विशेष चरण होते हैं जिनके बारे में आपको संक्षेप में नीचे बताया गया है –
- प्री-मेडिकल शिक्षा
इच्छुक डॉक्टर आमतौर पर जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान या जैव रसायन जैसे विज्ञान से संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री पूरी करके शुरुआत करते हैं। यह मूलभूत शिक्षा बाद के चरणों में सीखी जाने वाली अधिक उन्नत चिकित्सा अवधारणाओं के लिए आधार तैयार करती है।
- मेडिकल स्कूल
अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, मेडिकल स्कूल में स्वीकार किए गए व्यक्ति चिकित्सा विज्ञान और नैदानिक कौशल पर केंद्रित शिक्षा के एक गहन चरण में शामिल होते हैं। मेडिकल स्कूल कार्यक्रमों की अवधि अलग-अलग होती है, लेकिन वे आम तौर पर चार साल तक चलते हैं। छात्र शरीर रचना विज्ञान और शरीर विज्ञान से लेकर औषध विज्ञान और चिकित्सा नैतिकता तक के विषयों का अध्ययन करते हैं।
- क्लीनिकल रोटेशन
मेडिकल स्कूल के बाद के वर्षों में, छात्र क्लिनिकल रोटेशन में प्रवेश करते हैं, जिन्हें क्लर्कशिप के रूप में भी जाना जाता है। इन रोटेशन के दौरान, छात्र विभिन्न चिकित्सा विशिष्टताओं, जैसे आंतरिक चिकित्सा, सर्जरी, बाल रोग, प्रसूति और स्त्री रोग, मनोचिकित्सा, आदि में अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में काम करते हैं। ये रोटेशन वास्तविक स्वास्थ्य देखभाल सेटिंग्स में मूल्यवान व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं।
- रेजीडेंसी प्रशिक्षण
मेडिकल स्कूल से स्नातक होने पर, इच्छुक डॉक्टर रेजीडेंसी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रवेश करते हैं। रेजीडेंसी एक महत्वपूर्ण चरण है जहां स्नातक एक विशिष्ट चिकित्सा विशेषता पर ध्यान केंद्रित करते हैं, अपनी स्पेशलाइजेशन को गहरा करते हैं और अपने नैदानिक कौशल को निखारते हैं। चुनी गई विशेषता के आधार पर, रेजीडेंसी आम तौर पर तीन से सात साल तक चलती है। इस समय के दौरान, निवासी अस्पतालों, क्लीनिकों और अन्य चिकित्सा सेटिंग्स में काम करते हैं, और रोगी देखभाल में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करते हैं।
- लाइसेंसिंग और बोर्ड प्रमाणन
रेजीडेंसी पूरा करने के बाद, डॉक्टरों को कानूनी रूप से चिकित्सा का अभ्यास करने के लिए मेडिकल लाइसेंस प्राप्त करना होगा। उनके पास अपनी चुनी हुई विशेषज्ञता में बोर्ड प्रमाणन हासिल करने का विकल्प भी है, जिसमें अपने ज्ञान और क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए व्यापक परीक्षा उत्तीर्ण करना शामिल है।
- सतत चिकित्सा शिक्षा
चिकित्सा एक निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र है, जिसमें नई खोजें और प्रौद्योगिकियां नियमित रूप से उभरती रहती हैं। परिणामस्वरूप, MD चिकित्सा विज्ञान और रोगी देखभाल में नवीनतम प्रगति के साथ अद्यतित रहने के लिए सम्मेलनों, सेमिनार, अनुसंधान और अन्य अवसरों के माध्यम से निरंतर सीखने में संलग्न रहते हैं।
एमडी स्पेशलाइजेशन
- पैथोलॉजी
- माइक्रोबॉयोलॉजी
- डर्मटोलॉजी एंड वेनेरोलॉजी
- बायोफिज़िक्स
- एनस्थेसिओलॉजी
- पेडियाट्रिक
- न्यूक्लियर मेडिसिन
- फार्माकोलॉजी
- एनाटोमी
- आब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी
- फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी
- फिज़िओलॉजी
- बायोकेमिस्ट्री
- एनाटॉमी
- बायोफिज़िक्स
- पोथल्मोलॉजी
- साइकिएट्री
- रेडिओथेरेपी
- फिज़िकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (PMS)
एमडी कोर्स के लिए विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज़
अगर आप MD का कोर्स करना चाहते हैं तो विश्व में बहुत सारी ऐसी यूनिवर्सिटीज है जहां आप यह कोर्स आसानी से कर सकते हैं-
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफ़ोर्ड
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज
- जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी
- करोलिंस्का इंस्टीट्यूट
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजिल्स
- येल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT)
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सैन फ्रांसिस्को
- कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
- यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया
एमडी कोर्स के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
भारत में भी बहुत सारे ऐसे यूनिवर्सिटी है जहां से आप यह कोर्स आसानी से कर सकते हैं-
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS), नई दिल्ली
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC), नई दिल्ली
- वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज एंड सफदरजंग हॉस्पिटल, नई दिल्ली
- यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (UCMS),नई दिल्ली
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, कोझिकोड
- सेठ गोर्धनदास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज एंड किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल, मुंबई
- जवाहर लाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER), पुदुचेरी
- लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली
- छत्रपति शाहजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर
- राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS), रांची
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), लुधियाना
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
एमडी कोर्स की कुछ प्रमुख पुस्तकों
पुस्तक | लेखक |
Secrets of Successful Doctors | Dr. Suresh K Panday |
Harrison’s Principles of Internal Medicine | J. Larry Jameson |
Must Know Medicine | Abhinab Agrawal |
A Handbook of Surgery | Mansi Sharma |
Student’s Guide to Practice of Medicine | Ritu Arora |
भारत की प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
- NEET PG
- AIIMS PG
- JIPMER PG
- PGIMER PG
विदेश की प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
- UCAT
- MCAT
एमडीएस का क्या मतलब होता है – MDS Mean
एमडीएस चिकित्सा विज्ञान का एक विशेष क्षेत्र है इसमें आप दंत चिकित्सा के बारे में अध्ययन करते हैं इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद छात्र इस क्षेत्र का विशेषज्ञ बन जाता हैं।
एमडीएस कोर्स को करने के लिए छात्रों को सबसे पहले बीडीएस कोर्स करना आवश्यक होता हैं।
अगर आप बीडीएस कोर्स में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं तभी आपको एमडीएस कोर्स में एडमिशन प्राप्त होता हैं।
एमडीएस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षाएं ली जाती है प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद ही आपको एमडीएस कॉलेज में एडमिशन प्राप्त होता है।
कोर्स की अवधि क्या है?
एमडीएस का कोर्स 3 वर्षों का होता है जितने भी विद्यार्थी पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कर लेते हैं उनके लिए यह कोर्स 2 वर्ष का ही होता हैं।
देश भर में एमडीएस कोर्स में एडमीशन के लिएअभ्यर्थियों को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट मास्टर्स ऑफ डेंटल सर्जरी (NEET MDS) में सफलता प्राप्त अकर्ण आवश्यक होता ।
एम्स और जेआईपीएमईआर (JIPMER) की अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, क्योंकि संस्थान संसद अधिनियम के अंतर्गत आईएनआई (INI) के अंतर्गत स्थापित किए गए थे।
एमडीएस का फुल फॉर्म क्या है?
एमडीएस का फुल फॉर्म मास्टर आफ डेंटल सर्जरी होता है जैसा कि नाम से पता चल रहा है जो छात्र दंत चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं वह एमडीएस का कोर्स करते हैं।
MDS – “Master of Dental Surgery (मास्टर्स ऑफ डेंटल सर्जरी)”
निष्कर्ष
आज हमने यहां पर जाना एमबीबीएस एमडी और एमडीएस क्या होता है यह कोर्स हम कैसे कर सकते हैं और इस कोर्स को पूरा करने के बाद हम किस-किस स्पेशलाइजेशन में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं आपके मासिक वेतन कितना दिया जाता है तथा आप कौन-कौन से टॉप कॉलेज से इस कोर्स को कर सकते हैं सारी जानकारियां विस्तार से आपके साथ साझा की गई हैं।
हम आशा करते हैं यह सभी जानकारियां आपके लिए लाभकारी हो यदि यह सभी जानकारियां आपके लिए लाभकारी है तो अन्य विशेष जानकारी और अपने ज्ञान के सर को बढ़ाने के लिए हिंदी उपदेश की पोर्टल पर जरूर सर्च करें।
धन्यवाद आपके कीमती समय के लिए ❤❤❤