OT Technician Kaise Bane – अभी के समय में बहुत सी महिलाएं और पुरुष ऐसे हैं जो मेडिकल के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं मेडिकल का क्षेत्र काफी ज्यादा अच्छा है अगर आप भी एक ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन बनना चाहते हैं जिसे हम ओटी टेक्नीशियन कहते हैं लेकिन पूरी जानकारी न होने की वजह से आप तय नहीं कर पाए कि आपका तरीके से ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन बन सकते हैं और बहुत से लोग अपना सपना पूरा नहीं कर पाते।
आपने अक्सर सुना होगा किसी भी कार्य को करने से पहले उसके बारे में पूरा ज्ञान लेना आवश्यक है क्योंकि अधूरा ज्ञान न ज्ञान होने से ज्यादा खतरनाक होता है।
आज हम OT Technician (Operation Theatre Technician) क्या है यदि हम बनना चाहते हैं तो कैसे बन सकते हैं इसके बारे में पूरी जानकारियां प्राप्त करेंगे।
OT Technician Kaise Bane जानकारी
कोर्स | डिप्लोमा और डिग्री दोनों के माध्यम से किया जा सकता है। |
ओटी कोर्स का फुल फॉर्म | Operation Theater Technician |
ओटी कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं | NEET UG Occupational English Test |
ओटी कोर्स करने के बाद सालाना सैलरी | लगभग 1.8 – 3 लाख |
डिग्री करने की समय अवधि | 3 साल |
OT Technician क्या है?
ओटी टेक्नीशियन का पूरा अर्थ ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन होता है यह वे डॉक्टर होते हैं जो ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टर की सहायता करते हैं और सहायक के रूप में काम करते हैं इसमें ओटी टेक्नीशियन का काम ऑपरेशन से पहले इस्तेमाल किए जाने वाले सभी उपकरणों की जांच करना ऑपरेशन थिएटर को तैयार करना तथा सभी जरूर के सामानों को सही स्थान पर रखना और डॉक्टर के आवश्यकता अनुसार उनकी सहायता करना।
एक ओटी टेक्नीशियन के बहुत सारे कार्य होते हैं इनका कार्य ऑपरेशन थिएटर तक ही सीमित होता है समय-समय पर ऑपरेशन थिएटर की सफाई करवाना ओटी टेक्नीशियन में कई प्रकार के कोर्स होते हैं कोर्स को कंप्लीट करने के बाद ही आप इस क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं।
अगर आपको लगता है कि ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन केवल ऑपरेशन थिएटर में उसे किए जाने वाले उपकरणों को सही से रखने तथा डॉक्टर की मदद करते हैं लेकिन इसके अलावा उनके अन्य बहुत सारे कार्य होते हैं। बल्कि सर्जिकल रोगी पर उनके इष्टतम उपयोग के बारे में भी जानते हैं, और कई तरह से रोगी के जीवन और स्वास्थ्य के लिए कुछ हद तक प्रतिक्रिया करते हैं। ये प्रौद्योगिकीविद जरूरत पड़ने पर जीवन रक्षक और महत्वपूर्ण स्थानों पर भी सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।
ऑपरेशन थियेटर तकनीशियनों की जिम्मेदारियां
चलिए हम जानते हैं कि ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन की क्या-क्या जिम्मेदारियां होती हैं और वह कौन-कौन से कार्य करते हैं सभी जानकारी को विस्तार से समझते हैं –
- ओटी उपकरण जैसे एनेस्थीसिया मशीन, हार्ट-लंग मशीन और वेंटिलेटर उपकरण का काम करना सुनिश्चित करें।
- ऑपरेशन थियेटर रिकॉर्ड का रखरखाव।
- सभी ओटी उपकरणों का नियमित भौतिक सत्यापन करें।
- सुनिश्चित करें कि ऑक्सीजन और चूषण की उचित और नियमित आपूर्ति हर समय बनी रहे।
- ओटी के धूमन और उनके प्रलेखन के लिए जिम्मेदार।
- केंद्रीकृत ऑक्सीजन पाइपिंग का कार्य सुनिश्चित करना।
- प्रोटोकॉल के अनुसार ओटी तापमान और आर्द्रता का रखरखाव।
- संवेदनाहारी गैसों को हटाने के लिए सफाई प्रणाली।
- एनेस्थीसिया मशीन और श्वास प्रणाली के कामकाज को सत्यापित करने के लिए।
- सभी उपकरणों और दवाओं की जांच और पुष्टि करना स्टॉक में है और सर्जरी के लिए ट्रॉली पर लोड किया गया है।
- रोगी को स्ट्रेचर से टेबल पर स्थानांतरित करने या स्थानांतरित करने में सहायता करता है और कभी-कभी ओटी से अस्पताल के कमरे में आने-जाने में भी सहायता करता है।
- सर्जरी के दौरान सी-एआरएम मशीनों को संभालना।
- शल्य प्रक्रिया के दौरान सर्जन की सहायता करना।
- प्री-ऑपरेटिव और पोस्ट-ऑपरेटिव चरण के दौरान रोगी की निगरानी।
- एनेस्थिसियोलॉजिस्ट को दवाएं, IV तरल पदार्थ, रक्त आधान, और दवाएं तैयार करने में सहायता करना।
OT Technician बनने के लिए कोर्स
ओटी टेक्नीशियन बनने के लिए कई कोर्स होते हैं आपको देने करना होता है अगर आप कोई भी कोर्स करना चाहते हैं तो आपके लिए दो विकल्प है आप सरकारी कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज से कोर्स कर सकते हैं
सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है यहां परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है यदि आप प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होती
कक्षा 12वीं पास करने के बाद आप विभिन्न कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं और आप या एडमिशन डायरेक्ट करवा सकते हैं प्राइवेट कॉलेज की फीस गवर्नमेंट कॉलेज की फीस से ज्यादा होती है
12वीं पास करने के बाद कुछ कोर्स के नाम इस प्रकार हैं जो आप कर सकते हैं –
डिप्लोमा इन ओटी टेक्नीशियन बीएससी या बैचलर इन ओटी टेक्नीशियन एमएससी या मास्टर इन ओटी टेक्नीशियन |
योग्यता
एडमिशन प्राप्त करने के लिए आपके पास यह सभी योग्यताएं होनी चाहिए –
उम्मीदवार को कक्षा 12वीं पास करना अति आवश्यक है और 12वीं में 45% से अत्यधिक अंक होने चाहिए।
ओटी टेक्नीशियन के लिए आपको साइंस स्ट्रीम में कक्षा बारहवीं कंप्लीट करनी है।
केवल साइंस सब्जेक्ट के विद्यार्थी ही ओटी टेक्नीशियन बन सकते हैं।
जितने भी लोग मास्टर डिग्री करना चाहते हैं उनके पास ओटी टेक्नीशियन में बैचलर की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए।
OT Technician कोर्स Fees
कोर्स फीस की पूरी जानकारियां इस प्रकार है –
OT Technician के डिप्लोमा कोर्स की फीस लगभग 5000 से लेकर 7000 रूपये तक हो सकती है।
बीएससी इन OT Technician के कोर्स के लिए इसकी फीस लगभग 30,000 रूपये से लेकर 60,000 रूपये।
सभी कॉलेज की कोर्स फीस अलग-अलग होती है यदि हम सरकारी कॉलेज की बात करें तो उनकी फीस प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले काफी कम होती है।
बहुत से लोग सरकारी कॉलेज में ही कोर्स करना चाहते हैं क्योंकि वहां की फीस काफी कम होती है लेकिन सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम पास करने होते हैं।
OT Technician के कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा
भारत के चुनिंदा कॉलेज ऐसे हैं जो हर साल OT Technician पद के लिए परीक्षा आयोजित करवाते हैं और उनके द्वारा पांच अंक निर्धारित किए जाते हैं आपको एडमिशन लेने के लिए पास अंक प्राप्त करना आवश्यक है आप इन परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं आपको उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर सर्च करना होगा।
तो चलिए जानते हैं कौन-कौन सी प्रवेश परीक्षाएं हैं उनके नाम इस प्रकार हैं –
- NIMS School of Paramedical Sciences and Technology Entrance Exams.
- Tech Mahindra SMART Academy for Healthcare Entrance Exams.
- Chitkara School of Health Sciences Entrance Exam.
- University of Technology Entrance Exams.
OT Technician के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज के नाम
किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए हमारे मन में सबसे पहले यह सवाल आता है कि हमें किस कॉलेज में एडमिशन लेनी चाहिए तो यहां पर आपको OT Technician कोर्स के लिए कुछ चुने हुए कॉलेज के नाम बताए गए हैं जहां आप एडमिशन ले सकते हो और वह कॉलेज कहां स्थित है उसके बारे में जानकारी दी गई है –
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद अवध इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी, लखनऊ बालाश्री इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस, जबलपुर NRI मेडिकल कॉलेज, गुंटूर सुमनदीप विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, बड़ोदरा आनंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, लुधियाना इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली SGT यूनिवर्सिटी, गुड़गाव JSS मेडिकल कॉलेज, मैसूर महेन्द्रगयात्री मेडिकल कॉलेज, बरेली श्री राममूर्ति मेडिकल कॉलेज, बरेली इरा मेडिकल कॉलेज, लखनऊ शिवालिक इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल एंड टेक्नोलॉजी, अमृतसर रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज, बरेली त्रिपुरा इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस, त्रिपुरा गंगाशील स्कूल ऑफ नर्सिंग, बरेली |
कोर्स की अवधि
यह कोर्स मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं पहले डिग्री कोर्स और दूसरा डिप्लोमा कोर्स
डिग्री कोर्स 3 वर्षों के लिए किया जाता है इसमें आपको 6 अलग-अलग सेमेस्टर में पढ़ाया जाएगा प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है।
डिप्लोमा कोर्स 2 साल का होता है बहुत से कॉलेज में डिप्लोमा सेमेस्टर के आधार पर किया जाता है तो आपके यहां चार सेमेस्टर में यह कोर्स बांटा जाता है कई कॉलेज ऐसे हैं जहां यह कोर्स वार्षिक सिस्टम के आधार पर होता है जहां आपको याद 2 साल में पूरा करना होता है अगर आप सेमेस्टर के आधार पर कोर्स को बताते हैं तो आपको 6-6 महीने तक प्रत्येक सेमेस्टर में पढ़ाया जाता है।
Diploma in Operation Theatre Technology का सिलेबस
अगर आप डिप्लोमा इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी में पढ़ाई करते हैं तो या आपके लिए 2 साल का होता है और इसमें आपको अलग-अलग विषय पढ़ाई जाते हैं
पहले साल आपको आठ विषय पढ़ाए जाएंगे।
दूसरे साल में आपको 12 विषय पढ़ाए जाएंगे।
प्रथम वर्ष | Anatomy. Physiology. Biochemistry. Pharmacology. Pathology. Microbiology. Principles and practices of surgery. Sterilization, disinfection and waste disposal. Basics of anesthesia & CPR. Computer and data processing. |
द्वितीय वर्ष | Equipment’s- Know-how and maintenance of OT Tables, OT. Lights, Diathermy, Sucker Machine etc. Special Surgeries: Common Operations and Laying of Instrument. Trolleys. Practical Classes. Gynecology & Obstetrics. Orthopaedic Surgery. Urology. Paediatric Surgery. CTVS. Plastic Surgery. Neuro Surgery. Ophthalmology. ENT |
BSC in Operation Theatre Technology का सिलेबस
बीएससी इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी को यदि आप सुनते हैं तो या छह सेमेस्टर का होता है प्रत्येक सेमेस्टर में आपको तीन-तीन विषय पढ़ाए जाएंगे और प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है
सिलेबस की पूरी जानकारियां विस्तार में नीचे दी गई है चेक करें –
पहला सेमेस्टर | Anatomy. Biochemistry. Principles of Management. |
द्वितीय सेमेस्टर | Physiology. Pathology. Practical Workshops. |
तृतीय सेमेस्टर | Applied Anatomy and Physiology. Clinical Microbiology. Practical Workshops. |
चौथा सेमेस्टर | Clinical Pharmacology. Medical Ethics. Practical Workshops. |
पांचवा सेमेस्टर | Principles of Anesthesia. Medical Outline. Anesthesia for Specialty Surgeries. |
छठा सेमेस्टर | Basics of Surgery. CSSD Procedure. Regional anesthetic techniques. |
ओटी कोर्स के लिए सिलेबस
प्रथम वर्ष | द्वितीय वर्ष | तृतीय वर्ष |
फिजियोलॉजी | मेडिसिन रूपरेखा | सीएसएसडी प्रक्रियाएं |
विशेष सर्जरी के लिए बायोकैमिस्ट्री | क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी | एनेस्थीसिया |
प्रबंधन के सिद्धांत | बुनियादी संवेदनाहारी तकनीक | सर्जरी की मूल बातें |
पैथोलॉजी | एप्लाइड एनाटॉमी और फिजियोलॉजी | क्षेत्रीय संवेदनाहारी तकनीक |
कंप्यूटर | क्लिनिकल फार्माकोलॉजी की मूल बातें | |
एनाटॉमी | एनेस्थीसिया के सिद्धांत | |
– | चिकित्सा नैतिकता |
OT Technician के कोर्स के बाद आगे की पढ़ाई
अगर आप ओटी टेक्नीशियन का कोर्स पूरा कर लेते हैं तो आप इसके बाद नौकरी पा सकते हैं आपके पास नौकरी के कई विकल्प होंगे लेकिन बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिन्हें आगे की पढ़ाई जारी रखनी होती है तो उनके लिए भी बहुत सारे शिक्षा के विकल्प हैं नीचे दिए गए कोर्स में से आप कोई भी कोर्स कर सकते हैं –
कोर्स के नाम |
MBA M.Phil M.Sc operation theatre technology Certificate course in operation theatre technology |
अगर आपने डिप्लोमा कोर्स चुना है और इसके बाद आप आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपके लिए यह सभी विकल्प हैं –
कोर्स के नाम |
BSC in Operation Theatre Technology BSC in Medical Lab Technology BSC in Surgery Technology BSC in Anaesthesia Technology |
OT Technician बनने के बाद नौकरी।
जब हम किसी भी कोर्स को करने के बारे में सोचते हैं सबसे पहले मन में याद ख्याल आता है कि हमें कौन-कौन से पदों पर नौकरी मिलेगी और हमें कितनी सैलरी मिलेगी तो आपको बहुत अच्छे करियर विकल्प मिलने वाले हैं यदि आप ओटी टेक्नीशियन का कोर्स चुनते हैं तो आपको नौकरी की चिंता करने की जरूरत ही नहीं आपको कॉलेज के द्वारा ही प्लेसमेंट दिया जाता है और इसमें अच्छे विकल्प होते हैं
इसके अलावा भारत में बहुत सारे सरकारी और निजी अस्पताल हैं जहां आप ओटी टेक्नीशियन के लिए आवेदन कर सकते हैं वहां पर लोगों की काफी ज्यादा डिमांड होती है
इसके अलावा भी बहुत सारे करियर विकल्प हैं जिसके लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं कुछ ऐसे पदों के नाम जो ओटी टेक्निशियन कोर्स के बाद आपको दिए जाते हैं उनके नाम इस प्रकार हैं –
पदों के नाम |
OT तकनीशियन (OT Technician) सहयोगी सलाहकार (Associate Consultant) शिक्षक और व्याख्याता (Teacher and Lecturer) प्रयोगशाला तकनीशियन (Lab Technician) एनेस्थेटिस्ट सलाहकार (Anaesthetist Consultant) |
नौकरी की विकल्प
हमारा सपना होता है कि हम एक अच्छी अस्पताल में नौकरी प्राप्त कर सके आप ओटी टेक्नीशियन कर लेने के बाद न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी नौकरी कर सकते हैं आपके निजी और सरकारी दोनों अस्पताल के विकल्प दिए जाएंगे विदेश में ओटी टेक्नीशियन की काफी ज्यादा डिमांड होती है।
अगर आप फ्रेशर्स हैं आपके पास कोई भी एक्सपीरियंस नहीं है तो भी भारत में बहुत सारे ऐसे अस्पताल हैं जो आपको नौकरी प्रदान कर देते हैं कुछ अस्पतालों के नाम इस प्रकार है –
अस्पताल के नाम |
Fortis Hospital Max Healthcare Bombay Hospital and Medical Research Center Lilavati Hospital and Research Center Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital and Medical Research Center Dr. LH Hiranandani Hospital AIIMS (All India Institute of Medical Sciences), New Delhi Manipal Hospital |
OT Technician Salary
मासिक वेतन ओटी टेक्निशियन कोर्स पूरा करने के बाद जो नौकरी आप करते हैं उसे आधार पर आपको वेतन दिया जाता है शुरुआत में आपको 15000 से 25000 रुपए मासिक वेतन दिया जाता है।
अगर आपके पास किसी भी प्रकार का एक्सपीरियंस है तो आपकी सैलरी 30000 से ₹60000 प्रतिमा होती है और इसमें दुगनी वृद्धि भी होती है।
सरकारी तथा प्राइवेट संस्थान में मासिक वेतन अलग-अलग दिया जाता है और आपको अन्य प्रकार के भट्टे या अलाउंस भी दिए जाते हैं।
OT Technician की बैचलर्स डिग्री होल्डर को OT Technician का डिप्लोमा कोर्स की डिग्री होल्डर के मुकाबले ज़्यादा वेतन मिलता है। डिग्री के अलावा और भी कई सारे चीज़ें हैं जिसपर आपका वेतन निर्भर करता है जैसे कि स्थान, कंपनी, शहर और डिमांड आदि।
ऑपरेशन थियेटर टीम
- सर्जन, सहायक सर्जन
- एनेस्थेटिस्ट
- ऑपरेशन थियेटर नर्स
- ऑपरेशन थियेटर तकनीशियन
- रोगी देखभाल परिचारक
ओटी कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेज | Documents required
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट | Official academic transcript
- स्कैन पासपोर्ट की कॉपी | Scanned passport copy
- अपडेट किया गया सीवी | Updated CV/Resume
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा | Passport and student visa
- बैंक विवरण | Bank details
ओटी कोर्स करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया | Admission Process
प्रवेश प्रक्रिया विभिन्न प्रकार की होती हैं प्रत्येक कॉलेज अपने आधार पर प्रवेश परीक्षा लेता है या प्रवेश प्रक्रिया करता है अगर आप किसी सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको एंट्रेंस एग्जाम देने होते हैं प्राइवेट कॉलेज में आपको आपकी योग्यता के आधार पर एडमिशन दिया जाता है कई कॉलेज में आपको केवल कौन से लिंक के बाद ही एडमिशन मिल जाता है तीनों के बारे में विस्तार में जानकारियां यहां पर दी गई है।
प्रवेश-आधारित एडमिशन – Entrance-based admission
- यहां, उम्मीदवारों को राज्य-स्तर या विश्वविद्यालय-स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए कहा जाएगा।
- प्रवेश परीक्षा में प्रयास करने के बाद, राज्य बोर्ड या विश्वविद्यालय प्रवेश समिति, प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों और रैंक के साथ सभी उम्मीदवारों के नाम वाली मेरिट सूची जारी करेगी।
- योग्यता सूची के अनुसार, उम्मीदवारों को आगे की चयन प्रक्रियाओं में भाग लेने के लिए बुलाया जाएगा, जिसमें व्यक्तिगत साक्षात्कार या समूह चर्चा शामिल हो सकती है।
- प्रत्येक चयन पैरामीटर के आधार पर, उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय/कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
योग्यता आधारित प्रवेश – Merit-based admission
- कॉलेज छात्रों से उनकी पसंद के कोर्स के लिए आवेदन करने और चयन प्रक्रियाओं में शामिल होने के लिए कहेंगे।
- कॉलेजों की चयन प्रक्रियाओं में व्यक्तिगत साक्षात्कार या समूह चर्चा के लिए बैठना शामिल हो सकता है।
- चयन प्रक्रियाओं के लिए उम्मीदवारों को बुलाए जाने से पहले, कॉलेज सभी आवेदकों के नाम और उनके संबंधित रैंक वाली मेरिट सूची जारी कर सकते हैं।
- योग्यता सूची के अनुसार, उम्मीदवारों को उल्लिखित चयन प्रक्रियाओं में भाग लेने के लिए बुलाया जाएगा।
- उम्मीदवारों को पिछले शैक्षणिक रिकॉर्ड और व्यक्तिगत साक्षात्कार या समूह चर्चा जैसी चयन प्रक्रियाओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रवेश दी जाएगी।
परामर्श-आधारित चयन – Counselling-Based Selection
- आम तौर पर समान कोर्स प्रदान करने वाले कई घटक कॉलेजों वाले विश्वविद्यालयों द्वारा चुना जाता है।
- ऐसी चयन प्रक्रिया प्रवेश-आधारित और योग्यता-आधारित प्रवेश दोनों में देखी जा सकती है।
- प्रवेश-आधारित प्रवेश के तहत, विश्वविद्यालय सभी उम्मीदवारों के नाम, उनके स्कोर और मेरिट सूची जारी करेंगे।
- योग्यता-आधारित प्रवेश के तहत, विश्वविद्यालय छात्रों के नाम और उनकी रैंक वाली मेरिट सूची जारी करेंगे।
- प्रवेश के दोनों तरीकों के तहत, उम्मीदवारों को काउंसलिंग राउंड में भाग लेने के लिए कहा जाएगा, जहां उन्हें कॉलेज और कोर्स की अपनी पसंद का चयन करने के लिए कहा जाएगा।
- उनके रैंक, अंक और संबंधित विकल्पों में सीटों की रिक्ति के आधार पर छात्रों को प्रवेश दी जाएगी।
निष्कर्ष
हेलो दोस्तों हमने यहां पर आपके साथ ओटी टेक्नीशियन क्या है या कोर्स कैसे किया जाता है इस कोर्स से जुड़ी सारी जानकारियां विस्तार में बताई गई है यह जानकारियां प्राप्त करने के बाद आपके मन में कोई सवाल नहीं रहेगा यहां आपको परीक्षा से जुड़ी पूरी जानकारियां दी गई है आपको प्रमुख कॉलेज सिलेबस विषयों के बारे में विस्तार से बताया गया है।
यदि यह सभी जानकारियां आपके लिए लाभकारी हो तो अन्य विशेष जानकारी के लिए हिंदी उपदेश की पोर्टल पर जरूर सर्च करें धन्यवाद।
FAQ
OT Technician क्या है?
OT technician का फुल फॉर्म आपरेशन थिएटर टेकनीशियन होता है जो कि ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टर के सहायक के रूप में काम करता है।
OT Technician बनने के लिए कोर्स क्या है?
डिप्लोमा इन ओटी टेक्नीशियन
बीएससी या बैचलर इन ओटी टेक्नीशियन
एमएससी या मास्टर इन ओटी टेक्नीशियन
OT Technician के कोर्स के लिए योग्यता क्या है?
12वीं कक्षा में कम से कम 45 प्रतिशत अंक प्राप्त होनी चाहिए।
12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम में की हुई होनी चाहिए।
OT Technician के कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा कौन – कौन है?
NIMS School of Paramedical Sciences and Technology Entrance Exams.
Tech Mahindra SMART Academy for Healthcare Entrance Exams.
Chitkara School of Health Sciences Entrance Exam.
University of Technology Entrance Exams.