maggi kis chij se banti hai – मैगी किस चीज से बनती है?

admin

maggi kis chij se banti hai - मैगी किस चीज से बनती है?

Maggi Kis Chij Se Banti Hai मैगी किस चीज से बनती है?मैगी नाम तो सुना ही होगा 2 मिनट में बनने वाली मैगी भारत में सबसे ज्यादा खाई जाती है, बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आता है की मैगी किस चीज से बनाई जाती है क्या इसे खाना सही है या नहीं क्योंकि हमें अपनी हेल्थ की चिंता तो रहती ही है बहुत सारे अफवाह फैले हुए हैं जिसमें यह बताया जाता है कि maggi बेकार चीजों से बनती है उसे नहीं खाना चाहिए यह बच्चों के लिए सही नहीं है आदि।

आपके इन सभी सवालों के जवाब आपको नीचे मिल जाएंगे आपके मन में अगर कोई भी सवाल है उनके बारे में पूरी जानकारियां नीचे विस्तार से दी गई है मैगी के बारे में पूरी जानकारियां पता करते हैं।

क्या है मैगी का इतिहास जानते है?

जब हम मैगी की बात कर रहे हैं तो हमें यह जानना भी जरूरी है की मैगी के पीछे का इतिहास क्या है जो मैगी को आज के समय में हम खाना इतना पसंद करते हैं इसका आविष्कार किसने किया कैसे किया और यह किस प्रकार उपयोग में आया –

जब पूरी दुनिया में औद्योगिक क्रांति के तहत अलग-अलग तरह की औद्योगिक स्थिति हो रही थी और लोग अपनी आर्थिक जरूरत को पूरा करने के लिए फैक्ट्री में वर्कर के रूप में काम कर रहे थे तब इसका आविष्कार हुआ।

वर्ष 1872 में स्विट्जरलैंड में फैक्ट्री में काम करने वाले के पास खाना बनाने और पकने के लिए काफी ज्यादा समय नहीं होता था ऐसे में लोग कई तरह के विकल्प ढूंढ रहे थे जिससे वह जल्दी-जल्दी अपने लिए खाना पका सके इस बात को ध्यान में रखते हुए स्विट्जरलैंड में एक प्रसिद्ध बिजनेसमैन जूलियस माइकल जोहासन मैगी ने इंस्टेंट नूडल का निर्माण किया और इसे बाजारों में लाया जिससे वर्कर्स काफी ज्यादा खुश हो गए और उन्होंने इसका नाम अपने सरनेम के नाम पर रखा मैगी

जब इस मैगी को बाजार में लाया गया तब स्विस पब्लिक वेलफेयर सोसाइटी में जूलियस मैगी की काफी ज्यादा मदद की इसे शुरुआत में ही लोगों द्वारा काफी ज्यादा पसंद किया जाने लगा क्योंकि इसे बनाना काफी ज्यादा आसान था और यह खाने में काफी ज्यादा मजेदार होती थी इससे समय की बचत की जाती थी।

मैगी के आविष्कार के पीछे सबसे बड़ा कारण लोगों की मजबूरी जिनके पास समय नहीं होता था उनके लिए मैगी का आविष्कार किया गया लेकिन आज दुनिया भर में मैगी खाई जाती है भारत एक ऐसा देश है जहां मैग्गी हर घर में पसंद की जाती है।

maggi kis chij se banti hai – मैगी किस चीज से बनती है?

अपने अपने जीवन में कभी ना कभी मैगी तो जरूर ही खाया होगा वह खाने में जितनी ज्यादा टेस्टी होती है उससे ज्यादा आसान उसे बनाना होता है मैगी बनाने में बस 5 मिनट का वक्त लगता हैं

भारत में नेस्ले इंडिया का प्रसिद्ध इंस्टेंट नूडल्स मैगी बच्चों की सबसे फेवरेट मैगी है क्योंकि इसे बनाना काफी आसान होता है इसलिए बच्चे इसे खाना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं क्या आपको पता है मैगी किस तरह बनती है तो चलिए इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं मैगी फैक्ट्री में बनाई जाती है मैगी बनाने की कुछ प्रक्रियाएं होती है जिसे स्टेप बाय स्टेप फॉलो किया जाता है उनके बारे में जानकारियां।

मैगी नूडल्स बनाने के लिए गेहूं का इस्तेमाल किया जाता है।

सबसे पहले मैगी बनाने के लिए गेहूं खरीदा जाता है गेहूं मैगी की मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के ट्रैकों और बड़ी-बड़ी लीडर गाड़ियों की सहायता से फैक्ट्री में लाई जाती है।

सबसे पहले गेहूं की क्वालिटी चेक की जाती है फिर इससे बड़ी-बड़ी चक्कियों की माध्यम से पीसा जाता है और इसका आटा बनाया जाता है।

इसमें थोड़ी मात्रा में मैदा मिलाया जाता है और आते और मैदे के मिश्रण में पानी से भिगोकर मशीन से ही आता गुंठा जाता है।

अपने मैगी नूडल्स का आकार तो देखा होगा इस जाकर को बनाने के लिए मशीन होती है आटे को उसे मशीन में डाला जाता है इस मशीन से पहले से मैगी नूडल्स shape के सांचे लगा दिए जाते हैं इसमें आसानी से मैगी नूडल्स का आकार बन जाता है।

सांचे को ड्रायर के माध्यम से सुखाया जाता है।

सूखी हुई मैगी को फिर प्लांट में आगे पैकिंग क्षेत्र में भेज दिया जाता है जहां पर बड़ी-बड़ी मशीनों द्वारा नूडल्स की पैकिंग की जाती है।

पैकिंग के दौरान प्रत्येक पैकेट में एक मैगी मसाला डाला जाता है जो मैगी के टेस्ट को बढ़ाता है।

पैकिंग करने के बाद सभी पैकेट की क्वालिटी चेक की जाती है क्वालिटी चेक करने के लिए इन्हें क्वालिटी क्षेत्र में भेजा जाता है।

क्वालिटी चेक पास करने वाली मैगी को ही सेल के लिए बाजारों में भेजा जाता है बहुत बार कुछ पैकेट क्वालिटी चेक में फेल हो जाते हैं तो उन्हें दोबारा फैक्ट्री में पूरी प्रक्रिया दोहराने के लिए वापस भेज दिया जाता है।

इस प्रकार आपके द्वारा बनाकर खाने वाली 2 मिनट मैगी तैयार की जाती है।

मैगी मसाला कैसे बनता जाता है?

जब आप मैगी के पैकेट को खोलते हो तो उसके अंदर आपको एक छोटा पैकेट नजर आती है जिसे हम मैगी मसाला कहते हैं कई बार हमें दो पैकेट मिल जाती हैं जिससे हमें काफी ज्यादा खुशी होती है तो चलिए जानते हैं उसे मैगी मसाला के पैकेट को कैसे बनाया जाता है –

बिना मैगी मसाला पैकेट के मैगी में कोई स्वाद ही नहीं है मैगी मसाला मैगी में स्वाद डालता है इसमें कई प्रकार के मसले मिलाए जाते हैं

जानकारी के अनुसार मैगी मसाला बनाने के लिए कल 13 तरह के मसाले का इस्तेमाल किया जाता है इसमें से केवल चार मसाले की ही जानकारियां कंपनी द्वारा जनता को दी जाती है बाकी मसाले क्या है कहां से ले जाते हैं इसके बारे में जानकारियां नहीं दी गई है।

सबसे मुख्य है लाल मिर्च यह मिर्च आंध्र प्रदेश से मंगाई जाती है।

जरा जो मसाले में अहम भूमिका निभाता है और सूखा धनिया यह राजस्थान से मंगवाया जाता है।

अपने मैगी का रंग देखा होगा या पीले रंग का होता है यह इसलिए होता है क्योंकि इसमें हल्दी मिलाई जाती है हल्दी महाराष्ट्र नेपानगर जिले के आबड़ा सारोला गांव से मंगाई जाती है।

सभी मसाले को मैगी बनाने वाली फैक्ट्री में भेज दिया जाता है।

प्रत्येक मसाले को एक सही अनुपात में मिलाकर मैगी मसाला तैयार किया जाता है मसलन को फैक्ट्री में ही पीस जाता है और सही प्रकार से पैक किया जाता है।

कुछ मुख्य जानकारियां

आपको यह जानकारी पसंद आएगी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और कर्नाटक में मैगी के मुख्य संयंत्र है।

क्या आपको पता है भारत में मैगी की सबसे पहले प्लांट हिमाचल प्रदेश के टहरीवाल में स्थित की गई है।

सबसे पहली फैक्ट्री 1947 ईस्वी में बनाई गई थी जो कि आज मैगी की सबसे बड़ी फैक्ट्री बन चुकी है।

क्या मैगी रोज खाना चाहिए?

हमारे देश भारत में बहुत से बच्चे ऐसे हैं जो मैगी को रोज खाना पसंद करते हैं अक्सर मां के मन में या ख्याल आता है कि मेरे बच्चे को रोजाना मैगी खाना सही है या नहीं यह उसके शरीर में नुकसान तो नहीं करेगा

मैगी इसलिए बनाई गई है जब आपके पास समय ना हो या आप खाना नहीं बना सकते तब आप मैगी जल्दबाजी में बनाकर खा सकते हैं इसे आप नाश्ते के रूप में ले सकते है।

लेकिन अगर आप मैगी को रोजाना अपने भोजन का हिस्सा बनते हैं तो यह गलत है। अगर आप रोजाना मैगी खाते हैं तो आपके शरीर में नुकसान होगा क्योंकि इसमें मैदा मिला होता है जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है इसलिए मैगी केवल हफ्ते में एक बार खाएं तो यह आपके लिए बेहतर होता है।

दोस्तों मैगी केवल भूख मिटाने के लिए बनी है ना कि आपको सेहत प्रदान करने के लिए इसलिए अपने रोजमर्रा की जिंदगी में मैगी शामिल न करें।

मैगी को कैसे पकाया जाता है?

2 मिनट में बनने वाली मैगी 2 मिनट में नहीं बनती इसे बनाने में काम से कम 5 मिनट का वक्त लगता है तो चलिए जानते हैं कि हम मैगी को किस प्रकार से बना सकते है।

जब आप मार्केट से ₹5 वाली मैगी खरीद करते हैं तो उसमें आपको एक मैगी और एक मसाले का पैकेट मिलता है।

सबसे पहले आपको एक पैन में पानी गर्म करना है पानी आपको एक कप लेना होगा

पानी में आपको सबसे पहले मैगी डालनी है और इसे 30 सेकंड तक गलन के लिए छोड़ देना है जब मैं की एक दूसरे से अलग होने लगे तो आपको इसमें पानी सूखने का थोड़ा इंतजार करना है

पानी जब अपनी मात्र से आधा हो जाए तब आपको इसमें मैगी मसाला के पैकेट को डालना होता है।

मसाला डालने के बाद आपको अपने मैगी को कुछ देर तक पकाना होता है क्योंकि मसाले में बहुत सारे इंग्रेडिएंट्स होते हैं जिन्हें पकाना जरूरी है।

जब पानी पूरी तरीके से सुख जाए तो आप गैस को बंद करें और कुछ देर इंतजार करें आपका मैगी बनाकर तैयार हो चुका है।

आप इस तरीके से आसानी से मैगी बना सकते हैं मैगी बनाने के आने बहुत से तरीके हैं जिसे आप यूट्यूब के माध्यम से भी चेक कर सकते है।

अभी के समय में जैसे-जैसे लोग मैगी के बारे में जानते जा रहे हैं वैसे-वैसे लोग मैगी से बहुत सी चीज बना रहे हैं जैसे मैगी पकोड़ा मैगी के अन्य प्रकार की आइटम्स बना रहे हैं जो आप आए दिन देख सकते हैं।

अभी के समय में मैगी बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक के लोगों की पसंद है।

Maggi शाकाहारी है या मांसाहारी?

बहुत से लोग हैं जिनके मन में यह सवाल आता है की मैगी शाकाहारी है या मांसाहारी क्योंकि कई बार बहुत सारी अफवाहें आती रहती हैं जिससे लोगों के मन में आसन का उत्पन्न हो जाती है तो चलिए जवाब जानते हैं –

आपको बता दे की मैगी शाकाहारी होती है जब आप मैगी के पैकेट को खरीदने हैं तो आपको उसमें एक हरे रंग का मार्ग दिखाता होगा इसका अर्थ होता है कि यह शाकाहारी है।

  • मैगी में सुअर की चर्बी या सूअर का मांस नहीं होता।
  • मैगी के पैकेज पर हरा डॉट होता है, जो यह दर्शाता है कि यह पूरी तरह शाकाहारी है।
  • मैगी के चिकन नूडल्स पर लाल डॉट होता है, जो यह दर्शाता है कि यह मांसाहारी है।
  • मैगी में फ़्लेवर एनहांसर E631 और E635 का इस्तेमाल होता है, लेकिन ये जानवरों की चर्बी से नहीं बनते।
  • मैगी के E635 एनहांसर को बनाने के लिए चुकंदर और यीस्ट का इस्तेमाल होता है।  
  • मैगी मुख्य रूप से आटा और मैदा के मिश्रण से बनती है।

मैगी खाने से क्या नुकसान होता है?

अगर आप रोजाना मैगी का सेवन करते हैं तो आपके शरीर से जुड़ी कुछ बीमारियां हो जाती हैं मैगी हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं होता इसे हमें रोज के भजन में शामिल नहीं करना चाहिए आप सपने में एक बार मैगी का सेवन कर सकते है।

जो लोग रोजाना मैगी खाते हैं उन में खून की कमी, जोड़ों की समस्या, भूख ना लगने की समस्या, उनके किडनी व लीवर में परेशानी पाई गई है।

  • मैगी में सोडियम की मात्रा ज़्यादा होती है जिससे हाइपरनेट्रेमिया जैसी स्थिति हो सकती है।  
  • मैगी में लेड होता है जो किडनी और तंत्रिका तंत्र के लिए हानिकारक है।  
  • मैगी में मोनोसोडियम ग्लूटामेट होता है जो याददाश्त कमज़ोर कर सकता है।  
  • मैगी खाने से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है।
  • मैगी खाने से खून की कमी, जोड़ों की समस्या, सिर दर्द, भूख न लगना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।  
  • मैगी खाने से मोटापा बढ़ सकता है।
  • मैगी खाने से गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नुकसान हो सकता है।

निष्कर्ष

हमने आपके साथ यह जानकारियां शेयर की की मैगी किस चीज से बनाई जाती है मैगी को खाने के फायदे व नुकसान क्या-क्या है मैगी में कुछ अजीब पदार्थ तो नहीं मिलाए जाते सारी जानकारियां आपके साथ शेयर की गई है हम आशा करते हैं यह जानकारियां आपके लिए लाभकारी हो अन्य जानकारी के लिए हिंदी उपदेश की पोर्टल पर जरूर सर्च करें धन्यवाद।

FAQ

मैगी शाकाहारी है या मांसाहारी?

आपको बता दे की मैगी शाकाहारी होती है जब आप मैगी के पैकेट को खरीदने हैं तो आपको उसमें एक हरे रंग का मार्ग दिखाता होगा इसका अर्थ होता है कि यह शाकाहारी है।

मैगी कैसे बनती है?

मैगी अनाज और मैदा से मिलकर बनी होती है।

मैगी का आविष्कार किसने किया?

 बिजनेसमैन जूलियस माइकल जौहासन मैगी ने सन् 1872 में मैगी का आविष्कार किया।

क्या मैगी सूअर की चर्बी से बनती है?

नहीं, मैगी आटा और मैदा के मिश्रण से बनती है। ना कि सूअर की चर्बी से।

READ MORE

Leave a Comment