CDO क्या होता है? Chief Development Officer कैसे बने।

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CDO क्या होता है? Chief Development Officer कैसे बने।

CDO Kaise Bane – आज हम एक मुख्य टॉपिक सीडीओ ऑफिसर क्या होता है इसके बारे में चर्चा करते हैं एक राज्य में कई जिले होते हैं यह तो हमें पता है प्रत्येक जिलों को ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में बांटा गया है और ग्रामीण क्षेत्रों को ब्लॉकों में विभाजित किया गया है इन सभी को विभाजित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि सरकार द्वारा निकाली गई योजनाओं का लाभ देश के सभी जनता तक पहुंच सके।

और प्रत्येक जिलों में कई ब्लॉक होते हैं और इन सभी ब्लॉक में एक बीडीओ ऑफिसर होता है जिससे हम ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर कहते हैं उनकी नियुक्ति सभी ब्लॉक में सरकारी योजनाओं की सुविधा पहुंचना होता है और इन सभी ऑफिसर के कार्यों की समीक्षा करने के लिए जिला स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ की नियुक्ति की जाती है पूरे जिले के विकास की जिम्मेदारी CDO के ऊपर दी जाती हैं।

आज हम जानेंगे की मुख्य विकास अधिकारी Chief डेवलपमेंट ऑफिसर कैसे बन जाता है और उनके कार्य क्या होते हैं और सीडीओ ऑफिसर से जुड़ी सारी जानकारियां आपको आर्टिकल में दी जाएंगे आर्टिकल को पूरा पढ़ें और जानकारी का लाभ उठाएं

और कल के सीडीओ ऑफिसर बने।

सीडीओ का फुल फॉर्म (CDO Ka Full Form)

हिंदी में सीडीओ का पूरा नाम मुख्य विकास अधिकारी होता है।

CDO का फुल फार्म  Chief Development Officer होता है ।

सी.डी.ओ कैसे बने

क्या आप भी चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर बनना चाहते हैं या इसके लिए तैयारी कर रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए काफी ज्यादा लाभकारी होगा यदि आप सीडीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए

हर साल सीडीओ की परीक्षा का आयोजन लोक सेवा आयोग द्वारा किया जाता हैं।

लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई परीक्षाएं तीन चरणों पर आधारित होती हैं
प्रारंभिक परीक्षा
मुख्य परीक्षा और
इंटरव्यू

तीनों चरण को सफलतापूर्वक पास करने के बाद ही CDO के पद पर नियुक्ति दी जाती हैं।

यह कहना संभव नहीं की परीक्षा काफी ज्यादा आसान होती है जिस प्रकार प्रत्येक सफलता के पीछे कड़ी मेहनत कड़ी लगन होती है उसी प्रकार इस परीक्षा को पास करने के लिए भी आपको कड़ी मेहनत लगन और ईमानदारी से अपनी पढ़ाई करनी होगी।

सी.डी.ओ बनने की योग्यता

सीडीओ ऑफिस से बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए –

शैक्षणिक योग्यताएं

सबसे पहले कक्षा दसवीं पास करें और कक्षा दसवीं में आपके 70% से अत्यधिक अंक होने चाहिए

आपको साइंस आर्ट्स या कॉमर्स किसी भी सब्जेक्ट में कक्षा 12वीं कंप्लीट करनी है कक्षा 12वीं में आपका प्रतिशत 70% से अधिक होना चाहिए

सीडीओ ऑफिसर बनने के लिए मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से आपको ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करना हैं।

ग्रेजुएशन में आपको अच्छे अंक लाना है ताकि आपका सिलेक्शन सीडीओ ऑफिसर के लिए हो सके।

पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको गवर्नमेंट एग्जाम की तैयारी करनी है और सफलतापूर्वक परीक्षा पास करनी है।

आयु सीमा

जितने भी उम्मीदवार आवेदन करना चाहते हैं इस परीक्षा के लिए आयु काफी ज्यादा जरूरी है आयु को ध्यान में रखकर ही अप्लाई किया जाता है

अप्लाई करने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष

अप्लाई करने के लिए अधिकतम आयु 40 वर्ष रखी गई हैं।

उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से कम और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए

कुछ केटेगरी के उम्मीदवारों को आयु में छूट भी दी जाती हैं।

ओबीसी उम्मीदवार के लिए 3 साल की छूट होती है और एससी/एसटी उम्मीदवार के लिए 5 साल की छूट दी जाती है।

आयु का निर्धारण नोटिफिकेशन के द्वारा जारी किया जाता हैं।

सैलरी

एक CDO ऑफिसर को सैलरी के साथ-साथ आने अलाउंस भी दिए जाते हैं।

यदि आप इस पद में अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको न्यूनतम सैलरी 37400 से लेकर अधिकतम सैलरी 67000 प्रति माह दिए जाते हैं।

सरकार की ओर से इन ऑफिसर को अन्य अलाउंस दिए जाते हैं जिनसे इन्हें और भी ज्यादा फायदा होता हैं।

सीडीओ की परीक्षा कौन आयोजित करवाता है?

चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर की परीक्षा एक महत्वपूर्ण परीक्षा है आपके मन में यह सवाल आता होगा कि आप परीक्षा किसके द्वारा आयोजित की जाती है या मुख्य रूप से केंद्र सरकार द्वारा करवाया जाता है या राज्य सरकार द्वारा चलिए जानते हैं –

दोस्तों सीडीओ ऑफिसर मुख्य रूप से जिले स्तर पर कार्य के लिए नियुक्ति की जाती है इसलिए यह परीक्षा राज्य सरकार के अंतर्गत आती है और यह सभी परीक्षाएं राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाती है साल में एक बार।

मुख्य विकास अधिकारी की जिम्मेदारियां

जिम्मेदारियोंविवरण
रणनीतिक योजना और दृष्टि– संगठनात्मक मिशन और उद्देश्यों के अनुरूप धन जुटाने की रणनीति विकसित करना।
 – मापन योग्य विकास लक्ष्य और उद्देश्य निर्धारित करें।
 – संगठन की रणनीतिक दिशा के साथ विकास प्रयासों का संरेखण सुनिश्चित करना।
धन उगाहना और दाता संबंध– प्रमुख उपहार, अनुदान, आयोजन और अभियान सहित धन उगाहने के प्रयासों की देखरेख करना।
 – दानदाताओं, निवेशकों और समर्थकों के साथ संबंध विकसित करना और उनका पोषण करना।
संबंध प्रबंधन– दाताओं और साझेदारों सहित हितधारकों के साथ मजबूत संबंध बनाएं और बनाए रखें।
 – धन उगाहने को बढ़ाने के लिए अन्य संगठनों के साथ साझेदारी और सहयोग विकसित करना।
टीम नेतृत्व और विकास– विकास टीम का नेतृत्व और प्रबंधन करना, मार्गदर्शन प्रदान करना और लक्ष्य निर्धारित करना।
 – प्रतिभा अंतराल की पहचान करें और टीम के लिए प्रशिक्षण और विकास के अवसर प्रदान करें।

चयन प्रक्रिया

  • प्रारंभिक परीक्षा
  • मुख्य परीक्षा
  • साक्षात्कार

प्रारंभिक परीक्षा

सबसे पहले आपको प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होना होता है इस परीक्षा में ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाते हैं जिसके मुख्य विषय कुछ इस प्रकार है –

सामान्य ज्ञान
करंट अफेयर्स
भारतीय इतिहास
भारतीय भूगोल
गणित
रिजनिंग
भारतीय संस्कृति

इन सभी विषयों से संबंधित सवाल परीक्षा में पूछे जाते हैं परीक्षा के लिए आपको तीन घंटे का समय दिया जाता हैं।

परीक्षा के अंक निर्धारित होते हैं और परीक्षा में गलत उत्तर देने पर नेगेटिव मार्किंग भी होती हैं।

प्रारंभिक परीक्षा जितने भी विद्यार्थी पास करते हैं इसके बाद उन्हें मुख्य परीक्षा देनी होती हैं।

मुख्य परीक्षा

मुख्य परीक्षा में निम्न विषय शामिल होते हैं –

अंग्रेजी
सामान्य ज्ञान
हिंदी निबंध से संबंधित प्रश्न

मुख्य परीक्षा में आए सवाल को पूरा करने के लिए आपको जो समय दिया जाता है वह निर्धारित होता है और अंक भी निर्धारित होते हैं।

साक्षात्कार

कितने भी विद्यार्थी मुख्य परीक्षा को पास करते हैं उन्हें ही इंटरव्यू के लिए ईमेल भेजा जाता है इंटरव्यू में फिजिकल इंटरव्यू होता है जिसमें आपसे हर प्रकार के सवाल पूछे जाते हैं इसमें मुख्य रूप से मानसिक योग्यताओं पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं यदि आप सवालों का सही उत्तर देते हैं तभी आपका चयन किया जाता है।

सीडीओ ऑफिसर की तैयारी कैसे करे?

किसी भी परीक्षा को पास करने का कोई शॉर्टकट नहीं होता इसलिए यदि आप इस परीक्षा में पास होना चाहते हैं तो आपको ईमानदारी से तैयारी करनी होगी आपको परीक्षा के एग्जाम पैटर्न और सिलेबस की पूरी जानकारियां चेक करनी होगी इसके बाद ही आप अपनी तैयारी स्टार्ट करें।

अपना एक दिनचर्या बनाएं जिसमें पढ़ाई के लिए 8 से 9 घंटे का समय दें

आपको सबसे पहले अपना पूरा सिलेबस कंप्लीट करना होता है

करंट अफेयर्स पर सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए क्योंकि आए दिन नई-नई न्यूज़ आते रहते हैं।

करंट अफेयर्स की जानकारी के लिए आप न्यूजपेपर इंटरनेट यूट्यूब का सहारा ले सकते हैं।

प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पर ज्यादा ध्यान दें

पिछले साल उसे पिछले साल और उसे पिछले साल पूछे गए सवाल जरूर चेक करें।

समय-समय पर मॉक पेपर हल करें यदि आप ज्यादा से ज्यादा मॉक पेपर हल करते हो तो आप परीक्षा में पास करने के लिए 20% अपना कदम बढ़ा चुके होते हैं।

टाइम मैनेजमेंट करना सीखे।

सवालों को सॉल्व करने के लिए ट्रिक का इस्तेमाल करें यह ट्रिक आप यूट्यूब के माध्यम से सीख सकते हैं।

जब आप अपने सिलेबस को पूरा करते हैं तो आप मुख्य बिंदुओं को हाइलाइट करें ताकि जब आप रिवीजन करें तो आपको वह पॉइंट जल्दी नजर आए।

सीडीओ ऑफिसर के कार्य?

सीडीओ ऑफिसर द्वारा BDO ऑफिसर की मीटिंग की अध्यक्षता की जाती हैं।

जिले के विकास कार्य पर ध्यान देना

सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना

सीडीओ ऑफिसर ब्लॉक डिपार्टमेंट ऑफिसर यदि अपना काम सही से नहीं करते या कोई लापरवाही करते हैं या सीडीओ ऑफिसर के दिशा और निर्देशक का पालन नहीं करते तो वे ऑफिसर उनके ऊपर कारवाई भी कर सकते हैं

जिला स्तर के सभी कार्यों की देखरेख मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा की जाती हैं।

विकास से संबंधित अलग-अलग क्षेत्र के अधिकारियों के साथ मीटिंग सीडीओ ऑफिसर द्वारा करवाया जाता हैं।

विभिन्न योजनाएं सभी क्षेत्रों में लागू हो रही है या नहीं और निर्देश CDO अधिकारियों के द्वारा दी जाती हैं।

सीडीओं (CDO) के अधिकार 

NOTE – सीडीओ को अपने जिले के अंतर्गत आने वाले सभी ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर की मीटिंग की अध्यक्षता करने का पूर्ण अधिकार होता है और साथ ही वह सरकार की सभी योजनाओं को सही ढंग से  क्षेत्र में लागू करने का निर्देश दे सकता है | इसके अलावा यदि ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) उसके निर्देश के मुताबिक कार्य नहीं करते है, तो वह उन सभी पर सख्त कार्यवाही अर्थात बर्खास्त कर सकता है।

CDO नौकरी आवश्यकताएँ

  • धन जुटाने और परियोजनाओं के प्रबंधन में न्यूनतम 5 वर्ष का अनुभव।
  • एमएस ऑफिस, सीआरएम सिस्टम और दान-प्रबंधन टूल में अत्यधिक कुशल।
  • अनुकरणीय लिखित और मौखिक संचार कौशल।
  • उत्कृष्ट विश्लेषणात्मक और समस्या-समाधान कौशल।
  • शानदार मल्टीटास्किंग और समय-प्रबंधन कौशल।
  • संभावित दानदाताओं से मिलने के लिए यात्रा करने में सक्षम।
  • बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री; एमबीए को प्राथमिकता दी जाती है।

निष्कर्ष

हमने मिलकर जाना मुख्य विकास अधिकारी क्या होता है, मुख्य विकास अधिकारी बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए उसके बारे में आपको पूरी जानकारी सरल भाषा में समझाई गई है तथा आपके अन्य योग्यताओं के बारे में भी बताया गया है जो एक मुख्य अधिकारी में होना चाहिए

यदि आपको यह जानकारी आप पसंद आई हो तो आप अन्य जानकारी के लिए हिंदी उपदेश की आधिकारिक पोर्टल पर सर्च कर सकते हैं और अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।

दोस्तों किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर आप कमेंट बॉक्स में अपना सवाल कर सकते हैं धन्यवाद।

 

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