D Pharma –
आज हम डी फार्मा कोर्स क्या है इसमें करियर कैसे बना सकते हैं और कैरियर बनाने में कितना समय लगता है क्या सैलरी दी जाती है सारी जानकारियां विस्तार से प्राप्त करेंगे लेखक को पूरा पढ़े और जानकारी का लाभ उठाएं।
जब भी आप किसी भी करियर के बारे में सोच तो आप उसके बारे में पूरी जानकारी सही से प्राप्त करें ताकि आप अपने सपनों को जल्दी समय पर और सही तरीके से पूरा कर सके फार्मा के क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए सबसे उत्तम डी फार्मा का कोर्स हैं।
लाखों लोग फार्मा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन बहुत से लोगों के पास काम जानकारी के कारण वह अपने करियर को प्राप्त नहीं कर पाते कहते हैं ना अधूरा ज्ञान – बिना ज्ञान से ज्यादा खतरनाक होता हैं।
D Pharma क्या होता है? – जानकारी
कोर्स | डी फार्मेसी |
फुल फॉर्म | Diploma in Pharmacy |
अवधि | 1-2 साल |
कोर्स लेवल | डिप्लोमा |
योग्यता | PCB के साथ 10+2 |
फीस | लगभग INR 45,000-1 लाख प्रति वर्ष |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट/ प्रवेश परीक्षा द्वारा आधारित |
कोर्स के बाद रोजगार के अवसर | 1. कंसलटेंट फार्मासिस्ट 2. क्लिनिकल फार्मासिस्ट 3. डिस्पेंसरी फार्मासिस्ट 4. कम्युनिटी फार्मासिस्ट 5. अस्पताल फार्मासिस्टमेडिसिन 6. मैनेजमेंट टेक्निशियन |
सैलरी | INR 5-10 लाख/प्रति वर्ष ( भारत में) INR 30-35 लाख/प्रति वर्ष (विदेशों में) |
टॉप भर्ती कंपनियां | 1. Johnson & Johnson 2. Pfizer 3. Roche 4. Novartis 5. Merck & Co. 6. GlaxoSmithKline 7. Sanofi Abbvie |
d pharma kya hota hai in hindi – डी फार्मेसी कोर्स क्या है?
डी फार्मा 2 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है इसे हम डिप्लोमा इन फार्मेसी कहते हैं इसमें आपको चार सेमेस्टर में पढ़ाई कराई जाती हैं। प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है इसमें आपको फर्म से जुड़ी सारी जानकारियां विस्तार से समझाइए और बताई जाती हैं की दवाइयां कैसे बनती है दवाइयां की मार्केटिंग कैसे की जाती है दवाइयां का डिस्ट्रीब्यूशन कैसे किया जाता है डिसटीब्यूशन चैनल क्या होते हैं और दवाइयां से जुड़ी विशेष जानकारियां
यदि आपने कक्षा 12वीं पास कर ली है तो आप इस कोर्स को पूरा करने के बाद आसानी से किसी भी फार्मेसी स्टोर में जॉब का सकते हैं और इस कोर्स को कंप्लीट करने के बाद आप अपना खुद का मेडिकल स्टोर भी खोल सकते हैं आपको एक लाइसेंस प्राप्त हो जाता हैं।
इस आधुनिक युग में फार्मेसी के क्षेत्र में फार्म कृति विशेषज्ञ की बहुत ज्यादा मांग हो रही है आप इसमें अपना एक अच्छा करियर आसानी से बना सकते हैं।
लोगों को अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाने के लिए विदेश में जाकर लंबे समय तक पढ़ाई करनी होती है तभी उन्हें डॉक्टर लिखने की अनुमति दी जाती है लेकिन आप 2 साल के D फार्मा कोर्स कंप्लीट करने के बाद आसानी से डॉक्टर बन सकते हैं।
डी फार्मा का फुल फॉर्म
डी फार्मा | डॉक्टर ऑफ फार्मेसी |
D Pharma | Diploma in Pharmacy |
d pharmai डी फार्मा का मतलब फार्मेसी में डिप्लोमा होता हैं।
डी का अर्थ है डिप्लोमा जो बतलाता है की योग्यता डिप्लोमा स्तर की हैं।
फार्मा शब्द का अर्थ है फार्मास्यूटिकल क्षेत्र जिसमें फार्मेसी का अध्ययन और अभ्यास कराया जाता हैं।
डी फार्मेसी कोर्स के प्रकार
डी फार्मेसी कोर्स दो प्रमुख प्रकार के होते हैं: बेसिक डी फार्मेसी कोर्स और एडवांस डी फार्मेसी कोर्स।
योग्यताएं डी फार्मा कोर्स के लिए
क्या आप भी डी फार्मा का कोर्स करना चाहते हैं तू या बिल्कुल सही समय है यदि आप फार्मा का कोर्स करना चाहते हैं तो नीचे बताई गई योग्यताओं को पूरा करना आता आवश्यक हैं।
आपको कक्षा 12वीं पास करने की अति आवश्यकता हैं।
कक्षा 12वीं बोर्ड में आपको कम से कम 50% से अत्यधिक अंक लाने होंगे।
आपकी न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
कक्षा 12वीं आपकी पीसीबी (PCB) या पीसीएस (PCM) दोनों में से किसी एक के साथ होनी चाहिए।
D Pharma कोर्स कैसे करें?
d pharma kya hota hai – डी फार्मा कोर्स करने के लिए आप किस कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं सबसे पहले यह पता करें आप कोर्स प्राइवेट तथा सरकारी कॉलेज दोनों से कर सकते हैं।
कॉलेज के चुनाव के बाद आपको एप्लीकेशन फॉर्म भरना होता है आप ऑनलाइन माध्यम से आसानी से एप्लीकेशन भर सकते हैं।
डी फार्मा कोर्स के लिए आप हर महीने आवेदन कर सकते हैं प्रत्येक राज्यों में डी फार्मा कोर्स के लिए अलग-अलग एडमिशन प्रक्रिया है आप अपने राज्य के अनुसार जानकारी प्राप्त कर ले
एडमिशन के लिए आपको एंट्रेंस परीक्षाएं देनी होती हैं भारत में डी फार्मा कोर्स के लिए बहुत सारी एंट्रेंस परीक्षाएं ली जाती हैं।
जब आप एंट्रेंस क्वालीफाई करते हैं तो आप उसे कॉलेज में आसानी से एडमिशन ले सकते हैं।
बहुत से प्राइवेट कॉलेज ऐसे हैं जहां डी फार्मा कोर्स के लिए आप डायरेक्ट एडमिशन भी ले सकते हैं बस आपसे कुछ एक्स्ट्रा पैसे चार्ज किए जाते हैं।
एडमिशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आप कॉलेज में होने वाले क्लासेस को ज्वाइन कर सकते हैं यहां पर आपको फार्मा के बारे में पूरी जानकारी दी जाती हैं।
कोर्स को कर अलग-अलग सेमेस्टर में बांटा गया है और चारों सेमेस्टर के अंत में परीक्षाएं होती हैं परीक्षा पास करने के बाद ही आपको दूसरे सेमेस्टर में भेजा जाता हैं।
पढ़ाई के साथ-साथ आपको प्रेक्टिकल भी करवाए जाते हैं ताकि आपको लोक और प्रैक्टिकल दोनों का ज्ञान हो साथ ही असेसमेंट भी दिए जाते हैं और असाइनमेंट भी होते हैं जो आपको तैयार करने होते हैं।
चारु सेमेस्टर की परीक्षाएं और क्लासेस समाप्त होने के बाद जब आप पास हो जाते हैं तो आपको 3 महीने का इंटर्नशिप करना होता है यह कॉलेज द्वारा ही दिया जाता हैं।
इंटर्नशिप में आपको फार्मा के क्षेत्र के बारे में कई प्रकार के अनुभव प्राप्त होते हैं इंटर्नशिप एक अच्छी प्रक्रिया है जिसमें आपको सारे ज्ञान रियल लाइफ के आधार पर हो जाते हैं।
बहुत से कॉलेज ऐसे हैं जहां पर आपको केंपस प्लेसमेंट में दिया जाता है जिससे आप डायरेक्ट चारों सेमेस्टर कंप्लीट करने के बाद ही नौकरी प्राप्त कर लेते हैं यह एक आसान प्रक्रिया होती हैं।
यदि आप बाहर से नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इंटर्नशिप कंप्लीट करने के बाद किसी भी कंपनी में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यदि आपको उच्च शिक्षा प्राप्त करनी है तो आप उसके लिए भी अन्य कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
D Pharma कोर्स के लिए Entrance Exam
D Pharma क्या आप किसी प्राइवेट कॉलेज में डी फार्मा के लिए एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपके बिना किसी एंट्रेंस एग्जाम के आसानी से एडमिशन मिल जाता हैं।
भारत में कुछ ऐसे सरकारी कॉलेज है जहां आपको डी फार्मा करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होता है और इसमें मिले अंकों के अनुसार आपको एडमिशन दी जाती हैं। यह परीक्षा प्रत्येक राज्यों द्वारा अलग-अलग करवाई जाती हैं।
आईए जानते हैं प्रत्येक राज्य द्वारा की जाने वाली डी फार्मा एंट्रेंस एग्जाम नेम –
State Name | Entrance Exam |
उत्तर प्रदेश | UPSEE – Pharmacy |
महाराष्ट्र | MHT CET |
गुजरात | GUJCET |
राजस्थान | RUHS-P |
तमिल नाडु | AU AIMEE |
पश्चिम बंगाल | WBJEE-Pharmacy |
उड़ीसा | OJEE-Pharmacy |
गोवा | Goa CET |
कर्नाटक | KCET |
Entrance Exam
परीक्षा | संचालन निकाय | पात्रता | कवर किए गए विषय | क्षेत्र/देश |
GPAT (ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट) | राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) | फार्मेसी में स्नातक की डिग्री या अंतिम वर्ष के छात्र | फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, फार्माकोग्नॉसी, फार्मास्युटिक्स | भारत |
ओजेईई (ओडिशा संयुक्त प्रवेश परीक्षा) | ओडिशा संयुक्त प्रवेश परीक्षा बोर्ड | विज्ञान के साथ 10+2 (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/गणित) | भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित/जीव विज्ञान | ओडिशा, भारत |
यूपीएसईई (उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा) | डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय | विज्ञान के साथ 10+2 (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/गणित) | भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित/जीव विज्ञान | उत्तर प्रदेश, भारत |
एमएच सीईटी (महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) | राज्य सामान्य प्रवेश परीक्षा प्रकोष्ठ, महाराष्ट्र | विज्ञान के साथ 10+2 (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/गणित) | भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित/जीव विज्ञान | महाराष्ट्र, भारत |
कॉलेज/विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के नाम
कॉलेज/विश्वविद्यालय | जगह | प्रस्तावित कार्यक्रम | प्रवेश परीक्षा |
जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय | नई दिल्ली, भारत | डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा | GPAT, विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा |
मणिपाल कॉलेज ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज | मणिपाल, कर्नाटक | डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा | मेट, जीपीएटी |
रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान | मुंबई, महाराष्ट्र | डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा | एमएच सीईटी, जीपीएटी |
दिल्ली औषधि विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (DIPSAR) | नई दिल्ली, भारत | डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा | विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा |
राष्ट्रीय औषधि शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईपीईआर) | एकाधिक स्थान | डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा | नाइपर जेईई |
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (टीएमयू) | मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश | डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा |
d pharma kya hota hai kitne saal ka hota hai – डी फार्मा कोर्स के बाद उच्चतम शिक्षा
बहुत से लोगों के मन में यह बात आती है कि डी फार्मा कोर्स के बाद वे अपने अनुभव को बढ़ाने के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करें तो आप बहुत सारे क्षेत्र में एडमिशन ले सकते हैं तो आईए जानते हैं कि डी फार्मा कोर्स करने के बाद हम कौन-कौन से कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं और वह कितने साल के होते हैं –
Bachelor’s Courses
Bachelor of Pharmacy (B. Pharm) | 4 Years |
Bachelor of Pharmacy (B. Pharm) Lateral Entry | 3 Years |
Pharm (Hons.) | 4 Years |
Bachelor of Pharmacy (Ayurveda) | 4 Years |
Master’s Courses
Master of Pharmacy (M.Pharm) | 2 Years |
PharmD (Post Baccalaureate) | 3 Years |
Doctor of Pharmacy (Pharm D) | 6 Years |
Doctorate and Post-Doctoral Courses
PhD in Pharmaceutical Sciences | 3 Years |
Postdoc in Pharmaceutical Sciences | 2 Years |
D Pharma कोर्स की फीस
संस्था का प्रकार | औसत वार्षिक शुल्क |
सरकारी कॉलेज | ₹50,000 – ₹1,00,000 |
निजी कॉलेज | ₹1,00,000 – ₹1,50,000 |
जब हम किसी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो हमें सबसे पहले यह जानना जरूरी होता है कि उसे कोर्स के लिए उसे कॉलेज द्वारा क्या फीस ली जाएगी
डी फार्मा कोर्स के लिए कोई फिक्स फीस नहीं है प्रत्येक कॉलेज अपने हिसाब से अलग-अलग फीस लेता हैं।
यदि आप किसी सरकारी कॉलेज से या कोर्स करते हैं तो आपसे कम फीस ली जाती है वहीं प्राइवेट कॉलेज आपसे काफी ज्यादा फीस की मांग करता हैं।
अनुमान लगाकर बताया जाए तो आमतौर पर डी फार्मा कोर्स के लिए आपको ₹40000 से लेकर ₹100000 सालाना फीस के तौर पर जमा करनी होती हैं।
सरकारी कॉलेज में डी फार्मा कोर्स के लिए फीस काफी कम लिए जाते हैं।
शुल्क का विवरण इस प्रकार है:
शुल्क विवरण | मात्रा |
ट्यूशन फीस (प्रति सेमेस्टर) | ₹60,300/- |
कुल ट्यूशन फीस (2 वर्ष) | ₹241,200 (प्रति वर्ष 2 सेमेस्टर मानकर) |
अतिरिक्त शुल्क (एक बार) | |
प्रवेश पंजीकरण शुल्क | ₹5,000 |
प्रवेश प्रसंस्करण शुल्क | ₹2,500 |
प्रयोगशाला शुल्क (प्रति वर्ष) | ₹1,000 (जानकारी के सत्यापन की आवश्यकता हो सकती है) |
डी फार्मा की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करें
- डी फार्मा कोर्स के लिए यदि आप किसी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो वहां की एंट्रेंस परीक्षा पास करना कोई आसान काम नहीं होता।
- इसके लिए आपको एक से दो साल पहले ही प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी होती हैं।
- किसी भी परीक्षा में पास करने के लिए आपको उसे परीक्षा के परीक्षा पैटर्न और सिलेबस की पूरी जानकारी होना अति आवश्यक हैं।
- सिलेबस की जानकारी प्राप्त करने के बाद आप इस आधार पर अपनी पढ़ाई शुरू करें।
- पिछले साल के प्रश्न पत्र को हल करना जरूरी है क्योंकि उससे आपको यह जानकारियां मिलती है कि एंट्रेंस परीक्षा में किस प्रकार के सवाल पूछे जाते हैं।
- पढ़ाई के लिए ऑनलाइन माध्यम जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम, गूगल आदि का इस्तेमाल करें।
- आपको ऑनलाइन इंटरनेट पर कई सारे मॉक टेस्ट मिल जाएंगे आप प्रतिदिन एक मॉक पेपर जरूर हल करें इससे आपको अपनी काबिलियत की पहचान होगी।
- आप मॉक टेस्ट पेपर ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर भी डाउनलोड कर सकते हैं।
- पढ़ाई की बात रिवीजन करते रहें इससे आपके स्पीड में वृद्धि होती हैं।
- यदि आपके पास अत्यधिक वक्त है तो आप जवाब को लिखकर सॉल्व करें।
- जो सवाल मन से खेले जाते हैं उन्हें आप दिमाग से सॉल्व करने की कोशिश करें मुख्य रूप से परीक्षा में आपको समय के साथ खेलना होता हैं।
- किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए सबसे मुख्य होता है मेहनत और कड़ी मेहनत आपकी लगन किस प्रकार की है या तय करेगा कि आप उसे परीक्षा में सफल होंगे या असफल।
- बस आपको अपनी रणनीति तैयार रखती है और उसके आधार पर कार्य करने हैं।
भारत में Top D Pharma Colleges (List)
भारत में बहुत सारे कॉलेज है जहां आप डी फार्मा के लिए एडमिशन ले सकते हैं नीचे आपको कुछ कॉलेजों की सूची दी गई है इसके अलावा भी बहुत सारे कॉलेज हैं।
महेन्द्रगयात्री पैरामेडिकल कॉलेज, बरेली देवभूमि ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट, देहरादून रक्षपाल बहादुर इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, दिल्ली मणिपाल कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस, मणिपाल, कर्नाटक स्वामी विवेकानंद सुहार्तो यूनिवर्सिटी, मीराट, उत्तर प्रदेश दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली पूना कॉलेज ऑफ फार्मेसी, पूना, महाराष्ट्र विजडम स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, ऐहमदबाद डेकन स्कूल ऑफ फार्मेसी, हैदराबाद, तेलंगाना वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज, शाहजहांपुर मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, कर्नाटक डीआईटी विश्वविद्यालय, उत्तराखंड जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ऊटी देवभूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ओम साई पैरामेडिकल कॉलेज आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज ग्रांट मेडिकल कॉलेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी MS रमैया मेडिकल कॉलेज जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च |
विदेश में डी फार्मेसी – टॉप यूनिवर्सिटीज
भारत के बाहर भी डी फार्मा के लिए बहुत सारी यूनिवर्सिटीज है जहां आप एडमिशन ले सकते हैं कुछ अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी के नाम इस प्रकार हैं –
तस्मानिया यूनिवर्सिटी हर्टफोर्डशायर यूनिवर्सिटी एस्टन यूनिवर्सिटी बाथ यूनिवर्सिटी हंबर कॉलेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड लर्निंग नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन यूनिवर्सिटी ऑफ अलस्टा अमोरी यूनिवर्सिटी |
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
- विश्वविद्यालय की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर आप आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवश्यक दस्तावेज़
जरूरी दस्तावेजों की सूची –
- आधिकारिक अकादमिक ट्रांसक्रिप्ट्स
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक डिटेल्स आदि।
कोर्स के लिए सिलेबस की जानकारी
डी फार्मा का कोर्स कर सेमेस्टर में विभाजित होता है और यह दो साल में पूरा होता हैं।
पहले साल | दूसरे साल |
औषध बनाने की विद्या I | औषध बनाने की विद्या II |
फार्मास्युटिकल रसायन विज्ञान I | फार्मास्यूटिकल कैमिस्ट्री II |
फार्माकोग्नॉसी | फार्माकोलॉजी विष विज्ञान |
बायोकैमिस्ट्री क्लीनिकल पैथोलॉजी | फार्मास्युटिकल न्यायशास्र |
मानव शरीर रचना विज्ञान शरीर विज्ञान | ड्रग स्टोर व्यापार प्रबंधन |
स्वास्थ्य शिक्षा समुदाय फार्मेसी | अस्पताल नैदानिक फार्मेसी |
फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर अलग-अलग विषयों की पढ़ाई की जाती है तो आईए जानते हैं डी फार्मा का सिलेबस क्या-क्या हैं।
प्रथम वर्ष
फर्मास्युटिक्स I | इंट्रोडक्शन टू डिफरेंट डोसेज फॉर्म्स |
मैट्रोलोजी | |
पैकेजिंग ऑफ फार्मास्युटिकल | |
साइज सेपेरशन बाय शिफ्टिंग | |
क्लैरिफिकेशन एंड फिल्ट्रेशन | |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री 1 | एसिड, बेस एंड बफर्स |
एंटीऑक्सिडेंट्स | |
गैस्ट्रोइंटेस्टिनल एजेंट्स | |
टोपिकल एजेंट्स | |
डेंटल प्रोडक्ट्स | |
डेफिनिशन, हिस्ट्री एंड स्कोप | |
फार्मास्युटिकल एड्स | |
वेरियस सिस्टम ऑफ क्लॉस्फिकेशन ऑफ ड्रग्स एंड नेचुरल ओरिजिनल | |
अडल्ट्रेशन एंड ड्रग इवेलुएशन | |
बायोकेमिस्ट्री क्लीनिकल पैथोलॉजी | इंट्रोडक्शन टू बायोकेमिस्ट्री |
कार्बोहाइड्रेट्स | |
लिपिड्स | |
विटामिन्स | |
एन्ज़ाइम्स | |
थेरप्यूटिक्स | |
ह्यूमन एनाटोमी फिजियोलॉजी | स्कोप ऑफ एनाटोमी एंड फिजियोलॉजी |
एलीमेंट्री टिश्यू | |
स्केलटल सिस्टम्स | |
कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम्स | |
रेस्पिरेटरी सिस्टम्स | |
मस्कुलर सिस्टम्स | |
हेल्थ एजुकेशन कम्युनिटी फार्मेसी | कांसेप्ट ऑफ हेल्थ |
न्यूट्रिशन एंड हेल्थ | |
फर्स्ट एड | |
एनवायरनमेंट एंड हेल्थ | |
फंडामेंटल प्रिंसिपल्स ऑफ माइक्रोबायोलॉजी | |
कम्युनिकेबल डिज़ीज़ |
दूसरा वर्ष
फर्मास्युटिक्स 2 | रीडिंग एंड अंडरस्टैंडिंग प्रेस्क्रिप्शन्स |
स्टडी ऑफ वेरियस टाइप्स ऑफ इंकम्पेटाबिलिटी | |
पोसोलोजी | |
डिस्पेंसेड मेडिकेशन्स | |
टाइप्स ऑफ पाउडर्स | |
लिपिड्स एंड डोसेज फॉर्म्स | |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री 2 | इंट्रोडक्शन टू नोमेनक्लेचर ऑफ आर्गेनिक केमिकल सिस्टम्स |
एंटीसेप्टिक एंड डिसइंफेक्टेंट्स | |
एंटीलेपरोटिक ड्रग्स | |
फार्माकोलॉजी एंड टॉक्सिकोलॉजी | इंट्रोडक्शन टू फार्माकोलॉजी |
स्कोप ऑफ फार्माकोलॉजी | |
ड्रग्स: उनके एडवांटेज और डिसएडवांटेज | |
जनरल मैकेनिज्म ऑफ ड्रग एक्शन | |
ड्रग्स एक्टिंग ऑन द सेंट्रल नर्वस सिस्टम | |
फार्मास्युटिकल ज्यूरिस्प्रूडेंस | ओरिजिन एंड नेचर ऑफ फार्मास्युटिकल लेजिस्लेशन इन इंडिया |
प्रिंसिपल्स एंड सिग्नीफिकेन्स ऑफ प्रोफेशनल एथिक्स | |
फार्मेसी एक्ट 1948 | |
द ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट 1940 | |
द ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज़ एक्ट 1954 | |
ड्रग स्टोर बिज़नेस मैनेजमेंट | इंट्रोडक्शन |
ड्रग हाउस मैनेजमेंट | |
सेल्स | |
रिक्रूटमेंट एंड ट्रेनिंग | |
बैंकिंग एंड फाइनेंस | |
इंट्रोडक्शन टू एकाउंटिंग | |
हॉस्पिटल क्लीनिकल फार्मेसी | डेफिनिशन, फंक्शन, एंड क्लासिफिकेशन ऑफ हॉस्पिटल्स |
हॉस्पिटल फार्मेसी | |
द ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम इन द हॉस्पिटल | |
मैन्युफैक्चरिंग | |
ड्रग इनफार्मेशन सर्विस | |
इंट्रोडक्शन टू क्लीनिकल फार्मेसी | |
मॉडर्न डिस्पेंसिंग आस्पेक्ट्स |
करियर स्कोप
हमारे मन में क्या सवाल आता है कि हम डी फार्मा करने के बाद कौन-कौन से क्षेत्र में नौकरी पा सकते हैं।
पिछले कुछ सालों से डी फार्मा के विद्यार्थियों की मांग काफी हद तक बढ़ गई हैं।
इस क्षेत्र में आप आसानी से अपना कैरियर बना सकते हैं अभी आपको बहुत कम कंपटीशन देखने को मिलेंगे
आप सरकारी तथा गैर सरकारी संस्था में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
आप अपना खुद का मेडिकल स्टोर भी खोल सकते हैं।
और भी बहुत से करियर विकल्प है लिए उन्हें देखते हैं –
- ड्रग इंस्पेक्टर
- मेडिकल स्टोर
- ड्रग इंस्पेक्टर
- मेडिकल एजेंसी
- ड्रग मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव
- मेडिसिन मार्केटिंग
- साइंटिफिक ऑफिसर
- प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव
- सकरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में फार्मासिस्ट
- रिसर्च सेंटर
सैलरी
सबसे अहम जानकारी डी फार्मा कोर्स कंप्लीट करने के बाद हमें कितनी सैलरी प्राप्त होगी सैलरी आपको आपके पद के अनुसार दी जाएगी
आप किस कंपनी में अप्लाई कर रहे हो और आप किस कंपनी में नौकरी कर रहे हो उसे आधार पर भी आपकी सैलरी कम या ज्यादा हो सकती हैं।
डी फार्मा करने के बाद यदि आप किसी न्यूनतम कंपनी में प्रेशर के रूप से ज्वाइन करते हैं तो आपको न्यूनतम सैलरी ₹25000 शुरुआती महीने में दी जाती हैं।
एक्सपीरियंस प्राप्त करने के बाद आपकी सैलरी ₹60000 प्रति माह कर दी जाती हैं।
यदि आप भारत से बाहर इस डी फार्मा जो आपके लिए अप्लाई करते हैं तो आपको प्रेशर के रूप में सैलरी ₹40000 शुरुआती दी जाती हैं।
आपका मासिक वेतन आपके एक्सपीरियंस आपके वर्क और आपकी कंपनी के आधार पर बदलता हैं।
नौकरी क्षेत्र | प्रारंभिक वेतन (₹) | अनुभव सहित (₹) | वरिष्ठ पद (₹) |
खुदरा फार्मेसी | 15,000 – 25,000 | 25,000 – 35,000 | 35,000 – 50,000+ |
अस्पताल फार्मेसी | 20,000 – 30,000 | 30,000 – 40,000 | 40,000 – 60,000+ |
दवा उद्योग | |||
उत्पादन/गुणवत्ता नियंत्रण | 20,000 – 30,000 | 30,000 – 45,000 | 45,000 – 70,000+ |
बिक्री प्रतिनिधि | 18,000 – 30,000 | 30,000 – 50,000 | |
सरकारी नौकरियाँ | 25,000 – 35,000 | 35,000 – 50,000 | 50,000 – 80,000+ |
ई-फार्मेसी | 20,000 – 30,000 | 30,000 – 45,000 | 45,000 – 60,000+ |
जॉब प्रोफाइल के आधार पर आपको कितनी सैलरी दी जाएगी उनकी जानकारियां –
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
फार्मासिस्ट | 2-3 लाख |
एनालिटिकल केमिस्ट | 5-6 लाख |
रिसर्च अफसर | 4-5 लाख |
साइंटिफिक अफसर | 7-8 लाख |
रिसर्च एंड डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव | 6-7 लाख |
मेडिकल ट्रांस्क्रिप्शनिस्ट | 3-4 लाख |
प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव | 4-5 लाख |
पैथोलॉजिकल लैब साइंटिस्ट | 4-5 लाख |
डी फार्मेसी कोर्स के लिए Selection Process
चयन प्रक्रिया की जानकारियां कुछ इस प्रकार है –
आवेदन पत्र भरें: छात्रों को अपने चयनित औषधीय कॉलेज में आवेदन पत्र भरना होता है। यह आवेदन पत्र छात्र की पात्रता, शैक्षणिक योग्यता, और अन्य आवश्यक विवरणों के साथ संपूर्ण किया जाना चाहिए।
प्रवेश परीक्षा: कुछ औषधीय कॉलेजों में, प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा छात्रों की ज्ञान, विचारशक्ति, और योग्यता का मापदंड होती है।
मेरिट सूची और चयन: आवेदकों की प्रदर्शन के आधार पर, औषधीय कॉलेजों में मेरिट सूची तैयार की जाती है। उन छात्रों को चयनित किया जाता है जिनके प्रदर्शन के आधार पर स्थान उपलब्ध होता है।
प्रवेश प्रक्रिया: चयनित छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया का पालन करना होता है। इसमें डॉक्यूमेंट सत्यापन, फीस का भुगतान, और अन्य आवश्यक फॉर्मालिटीज़ शामिल होती हैं।
आवश्यक स्किल्स
यदि आप डी फार्मा का कोर्स करते हैं तो आपके पास कुछ जरूरी स्किल होने चाहिए जो आपको औरों से अलग करें और आपको इस फील्ड में अच्छी नौकरी प्राप्त हो सके –
खाद्य एवं औषधि अधिनियम (FDA) के अनुसार सटीक रिकॉर्ड रखना प्रिस्क्रिप्शन का सेफ और एक्यूरेट प्रोसेसिंग दवाओं का डिस्ट्रीब्यूशन और स्टोरेज परचेजिंग, मर्चेंडाइजिंग और इन्वेंटरी कंट्रोल ड्रग अप्रूवल प्रोसेस दवाओं के परीक्षण, जांच और नैदानिक परीक्षणों से संबंधित रेगुलेटरी आवश्यकताओं की नॉलेज फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र (jurisprudence) पेशेंट प्रोवाइडर रिलेशन नारकोटिक्स कंट्रोल थर्ड पार्टी बिलिंग कंप्यूटर प्रोसेसिंग |
छात्रवृत्तियां
अपने करियर को आगे बढ़ाने और अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए आपको अंतरराष्ट्रीय छात्रवृत्ति भी दी जाती है जिसके लिए आप आवेदन कर सकते हैं परंतु इन छात्रों को अंतरराष्ट्रीय छात्र होने जरूरी हैं।
- Richard Cullen and Siu-Kuen Chan Scholarship at International House
- Education Future International Scholarship
- Out-of-State Competitive Tuition Waiver in the United States
- Laurentian University Academic Excellence Scholarship
- School of Nursing International Awards in USA
- Purdue University Trustees Scholarship
- WAY TO VICTORIA INTERNATIONAL SCHOLARSHIPS IN AUSTRALIA
डी फार्मेसी भर्ती करने वाली कंपनियां
- Johnson & Johnson
- Pfizer
- Roche
- Novartis
- Merck & Co.
- GlaxoSmithKline
- Sanofi Abbvie
निष्कर्ष
हमने आपके साथ जानकारियां साझा की डी फार्मा कोर्स क्या होता है यदि हम डी फार्मा करना चाहते हैं तो उसके लिए कैसे आवेदन करें करियर विकल्प क्या है डी फार्मा के लिए कौन-कौन से कॉलेज में आवेदन किया जाता है कॉलेज की फीस कितनी है सारी जानकारियां विस्तार से समझाइए गई हैं।
यदि यह सभी जानकारियां आपके लिए लाभकारी हो तो अन्य जानकारी के लिए हिंदी उपदेश की पोर्टल पर सर्च करें।
ऊपर दी गई जानकारी में यदि कुछ समझ ना आए तो आप कमेंट बॉक्स में अपना सवाल पूछ सकते हैं धन्यवाद।
FAQ
डी फार्मा का फुल फॉर्म क्या है?
डी फार्मा का मतलब है फार्मेसी में डिप्लोमा।
डी फार्मेसी पाठ्यक्रम अवधि कितनी है?
फार्मेसी में डिप्लोमा कोर्स की अवधि आम तौर पर 2 साल होती है।
शैक्षिक योग्यता क्या होनी चाहिए?
अभ्यर्थियों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से उच्चतर माध्यमिक शिक्षा (10+2) उत्तीर्ण की हो।
आवेदन करने के लिए आयु सीमा क्या है?
आमतौर पर लगभग 17 वर्ष होती है।
डी फार्मा कोर्स फीस क्या होती है?
सरकारी कॉलेज – ₹50,000 – ₹1,00,000
निजी कॉलेज – ₹1,00,000 – ₹1,50,000
Article Written By: SHAMA PERWEEN
Designation: Content Writer
Location: India
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