Rajasthan me Kitne Jile Hai – राजस्थान में अभी बहुत सारे नए जिलों को शामिल किया गया है राजस्थान में पहले कितने जिले थे अब कितने जिले हो गए हैं लिए सभी के बारे में जानकारियां प्राप्त करते हैं.
Rajasthan से जुड़े सवाल अक्षर प्रतियोगिता परीक्षा में पूछे जाते हैं क्या आपको पता है राजस्थान एक ऐसा राज्य है जो अक्सर सुर्खियों में बना रहता है तो चलिए आज हम राजस्थान जिले से जुड़ी जानकारियां प्राप्त करते हैं।
यदि आप भी राजस्थान जिले से जुड़े जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए जानकारी को ध्यान से पढ़ें और राजस्थान में कुल कितने जिले मौजूद है जानते हैं।
Rajasthan me Kitne Jile Hai राजस्थान में कुल कितने जिले हैं?
जब Rajasthan राज्य का गठन किया गया तो वहां कुल 33 जिले थे जैसे-जैसे बदलाव हुए अब राजस्थान में 19 जिलों को बनाया गया है आज के समय में राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 33 से बढ़कर 50 हो गई है।
तीन और संभाग बनाए गए हैं जिनके बाद संभाग की संख्या 7 से बढ़कर 10 हो गई है।
जानकारी राजस्थान में वर्ष 2024 में कुल 50 जिले और 10 संभाग हैं।
राजस्थान में कुल 50 जिलों के नाम |
अजमेर भीलवाड़ा नागौर टोंक बारन बूंदी झालावाड़ कोटा बाड़मेर जैसलमेर जालौर सिरोही पाली अलवर दौसा झुंझुनू सीकर बांसवाड़ा चित्तौड़गढ़ डूंगरपुर प्रतापगढ़ राजसमंद उदयपुर भरतपुर धौलपुर करौली सवाई माधोपुर बीकानेर चुरू हनुमानगढ़ श्री गंगानगर अनूपपुर जोधपुर ग्रामीण जोधपुर फलोदी बालोतरा साचौर सलूंबर डीडवाना-कुचामव जयपुर ग्रामीण जयपुर कोटपुतली-बहरोड़ दूदू ब्यावर केकड़ी शाहपुरा नीम का थाना खैरथल–तिजारा डीग गंगापुर |
Rajasthan राज्य का इतिहास और जानकारी
आजादी के बाद साल 1948 से लेकर 1956 के बीच कुल सात चरणों में राजस्थान की स्थापना की गई थी।
राजस्थान का स्थापना दिवस 30 मार्च को मनाया जाता है।
सबसे अधिक ग्रेनाइट और मार्बल का पठार राजस्थान में ही पैदा होते हैं।
पूरे भारत में ग्रेनाइट और मार्बल की सप्लाई राजस्थान राज्य से की जाती है।
राजस्थान को क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है।
पाकिस्तान, गुजरात, उत्तर प्रदेश राज्यों से इसकी सीमा होकर गुजरती है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर है।
पिंक सिटी का नाम आपने सुना होगा जयपुर को ही पिंक सिटी कहा जाता है।
उदयपुर और जोधपुर को सफेद और नीला शहर कहा जाता है।
राजस्थान में कुल 200 संख्या विधानसभा मेंबर की है।
लोकसभा की टोटल 25 सीटें राजस्थान में मौजूद है।
राज्यसभा की 10 सीटें मौजूद हैं।
वर्ष 1950 में 30 मार्च के दिन ही ग्रेटर राजस्थान की स्थापना हुई थी और इसका अंतिम पूर्ण गठन साल 1956 में पूरा हुआ था।
राजस्थान में राजपूत, जाट, गुर्जर जैसी जातियां काफी अधिक मात्रा में है।
ओबीसी और एससी एसटी समुदाय भी यहां काफी अधिक मात्रा में है।
राजस्थान में कुल कितने संभाग हैं?
प्रशासन के अनुसार Rajasthan को अलग-अलग संभागों में विभाजित किया गया है संभागों को प्रमंडल कहा जाता है या फिर मंडल
ये है राजस्थान के 10 संभाग ( Rajasthan Division List Latest )
1 – बांसवाड़ा
2 – पाली
3 – सीकर
4 – अजमेर
5 – कोटा
6 – बीकानेर
7 – उदयपुर
8 – जयपुर
9 – जोधपुर
10 – भरतपुर
संभाग | जिलों के नाम |
जयपुर | जयपुर, जयपुर (ग्रामीण), दूदू, कोटपूतली-बहरोड, दौसा, खैरथल-तिजारा, अलवर |
अजमेर | अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, टोंक, नागौर, डीडवाना- कुचामन, शाहपुरा |
भरतपुर | भरतपुर, धौलपुर, करौली, डीग, गंगापुरसिटी, सवाई माधोपुर |
जोधपुर | जोधपुर, जोधपुर (ग्रामीण) फलौदी, जैसलमेर, बाड़मेर, बालोतरा |
उदयपुर | उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, राजसमंद,सलुम्बर |
सीकर | सीकर, झुन्झुनूं, नीम का थाना,चूरू |
बीकानेर | बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़ |
कोटा | कोटा, बून्दी, बारां, झालावाड़ |
बांसवाड़ा | बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ |
पाली | पाली, जालौर, सांचौर, सिरोही |
राजस्थान का सबसे बड़ा जिला कौन है?
यदि क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो Rajasthan का सबसे बड़ा जिला जैसलमेर है
यदि हम जनसंख्या की दृष्टि से देखें तो राजस्थान का सबसे बड़ा जिला जयपुर जिला है
राजस्थान का सबसे छोटा जिला कौन है?
क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो राजस्थान का सबसे छोटा जिला धौलापुर जिला है
जनसंख्या की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा जिला जैसलमेर है
17 जिलों की 52 में से 30 सीटें जीत पाई बीजेपी
नवगठित 17 जिलों की 52 विधानसभा सीटों में भाजपा का प्रदर्शन ठीक ठाक रहा। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 52 में से 30 सीटों पर जीत दर्ज की। 22 सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। नए जिलों की 52 सीटों में से कांग्रेस ने 20 सीटों पर चुनाव जीता जबकि 2 सीटें अन्य के खातों में गई।
नए जिलों में कितनी कितनी सीटें जीती बीजेपी कांग्रेस ने
भाजपा ने कोटपूतली बहरोड़ में 4, जोधपुर ग्रामीण में 4, जयपुर ग्रामीण, डीग और ब्यावर में 3-3, शाहपुरा, फलौदी और नीमकाथाना में 2-2 जबकि दूदू, डीडवाना कुचामन, खैरथल तिजारा, केकड़ी और सलूंबर में 1-1 सीटों पर जीत दर्ज की। उधर कांग्रेस ने जयपुर ग्रामीण की 5, डीडवाना कुचामन और गंगापुर सिटी में 3-3, खैरथल तिजारा, अनूपगढ़ और नीम का थाना में 2-2 जबकि जोधपुर ग्रामीण, बालोतरा और सांचौर में 1-1 सीटों पर जीत दर्ज की।
राजस्थान के जिलों की सूची हिन्दी और अंग्रेजी मे
Rajasthan district list in english | Rajasthan district list in hindi |
Ajmer | अजमेर |
Alwar | अलवर |
Anoopgarh | अनूपगढ़ |
Balotra | बालोतरा |
Banswara | बांसवाड़ा |
Baran | बारां |
Barmer | बाड़मेर |
Beawar | ब्यावर |
Bharatpur | भरतपुर |
Bhilwara | भीलवाड़ा |
Bikaner | बीकानेर |
Bundi | बूंदी |
Chittorgarh | चित्तौड़गढ़ |
Churu | चूरू |
Dausa | दौसा |
Deeg | डीग |
Dholpur | धौलपुर |
Didwana Kuchaman | डीडवाना कुचामन |
Dudu | दूदू |
Dungarpur | डूंगरपुर |
Ganganagar | गंगानगर |
Gangapurcity | गंगापुरसिटी |
Hanumangarh | हनुमानगढ़ |
Jaipur | जयपुर |
Jaipur Gramin | जयपुर ग्रामीण |
Jaisalmer | जैसलमेर |
Jalore | जालौर |
Jhalawar | झालावाड़ |
Jhunjhunu | झुंझुनूं |
Jodhpur | जोधपुर |
Jodhpur Gramin | जोधपुर ग्रामीण |
Karauli | करौली |
Kekri | केकड़ी |
Khairthal-Tijara | खैरथल-तिजारा |
Kota | कोटा |
Kotputli-Behror | कोटपूतली-बहरोड़ |
Nagaur | नागौर |
Neem Ka Thana | नीम का थाना |
Pali | पाली |
Phalodi | फलौदी |
Pratapgarh | प्रतापगढ़ |
Rajsamand | राजसमंद |
Salumbar | सलूंबर |
Sanchor | सांचौर |
Sawai Madhopur | सवाई माधोपुर |
Shahpura | शाहपुरा |
Sikar | सीकर |
Sirohi | सिरोही |
Tonk | टोंक |
Udaipur | उदयपुर |
कुछ महत्वपूर्ण सवाल
- अजमेर – अजमेर 27 मार्च1112 में चौहान राजपूत वंश के तेइसवें शासक अजयराज चौहान ने बसाया!!
- गंगानगर – महाराजा गंगा सिंह जी से गंगानगर पड़ा!
- बीकानेर – बीकानेर का पुराना नाम जांगल देश, राव बीका जी राठौड़ के नाम से बीकानेर पड़ा!
- जैसलमेर – जैसलमेर ,महारावल जैसलजी भाटी ने बसाया
- उदयपुर – महाराणा उदय सिंह सिसोदिया जी ने बसाया उनके नाम से उदयपुर पड़ा!!
- बाड़मेर – बाड़मेर को राव बहाड़ जी ने बसाया!!
- जालौर – जालौर की नींव 10वी शताब्दी में परमार राजपूतों के द्वारा रखी गई! बाद में दहिया ,चौहान, राठौड़, सोलंकी आदि राजवंशो ने शासन किया!!
- सिरोही – राव सोभा जी के पुत्र, शेशथमल ने सिरानवा हिल्स की पश्चिमी ढलान पर वर्तमान शहर सिरोही की स्थापना की थी। उन्होंने वर्ष 1425 ईसवी में वैशाख के दूसरे दिन (द्वितिया) पर सिरोही किले की नींव रखी।
- डूंगरपुर – वागड़ के राजा डूंगरसिंह ने ई. 1358 में डूंगरपुर नगर की स्थापना की। बाबर के समय में उदयसिंह वागड़ का राजा था जिसने मेवाड़ के महाराणा के संग्रामसिंह के साथ मिलकर खानुआ के मैदान में बाबर का मार्ग रोका था।
- प्रतापगढ़ – प्रताप सिंह महारावत ने बसाया!
- चित्तौड़ – स्वाभिमान, शौर्य ,त्याग, वीरता ,राजपुताना की शान चित्तौड़, सिसोदिया (गहलोत)वंश ने बहुत शासन किया बप्पा रावल, महाराणा प्रताप सिंह जी यहाँ षासन किया!!
- हनुमानगढ़ – भटनेर दुर्ग 285 ईसा में भाटी वंश के राजा भूपत सिंह भाटी ने बनवाया इस लिए इसे भटनेर कहाँ जाता है। मंगलवार को दुर्ग की स्थापना होने कारण हनुमान जी के नाम पर हनुमानगढ़ कहा जाता है।
- जोधपुर – राव जोधा ने 12 मई, 1459 ई. में आधुनिक जोधपुर शहर की स्थापना की।
- राजसमंद – शहर और जिले का नाम मेवाड़ के राणा राज सिंह द्वारा 17 वीं सदी में निर्मित एक कृत्रिम झील, राजसमन्द झील के नाम से लिया गया है।
- बूंदी – इतिहास के जानकारों के अनुसार 24 जून 1242 में हाड़ा वंश के राव देवा ने इसे मीणा सरदारों से जीता और बूंदी राज्य की स्थापना की। कहा जाता है कि बून्दा मीणा ने बूंदी की स्थापना की थी, तभी से इसका नाम ‘बूंदी’ हो गया।
- सीकर – सीकर जिले को “वीरभान” ने बसाया ओर “वीरभान का बास” सीकर का पुराना नाम दिया।
- पाली – महाराणा प्रताप की जन्मस्थली एवं महाराणा उदयसिंह का ससुराल है। पाली मूलतया पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा बसाया गया है।
- भीलवाड़ा – किवदंती है कि इस शहर का नाम यहां की स्थानीय जनजाति भील के नाम पर पड़ता है जिन्होंने 16वीं शताब्दी में अकबर के खिलाफ मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप की मदद की थी। तभी से इस जगह का नाम भीलवाड़ा पड़ गया।
- करौली – इसकी स्थापना 955 ई. के आसपास राजा विजय पाल ने की थी जिनके बारे में कहा जाता है कि वे भगवान कृष्ण के वंशज थे।
- सवाई माधोपुर – राजा माधोसिंह ने ही शहर बसाया और इसका नाम सवाई माधोपुर दिया।
- जयपुर – जयपुर शहर की स्थापना सवाई जयसिंह ने 1727 में की। सवाई प्रताप सिंह से लेकर सवाई मान सिंह द्वितीय तक कई राजाओं ने शहर को बसाया।
- नागौर – नागौर दुर्ग भारत के प्राचीन क्षत्रियों द्वारा बनाये गये दुर्गों में से एक है। माना जाता है कि इस दुर्ग के मूल निर्माता नाग क्षत्रिय थे। नाग जाति महाभारत काल से भी कई हजार साल पुरानी थी। यह आर्यों की ही एक शाखा थी तथा ईक्ष्वाकु वंश से किसी समय अलग हुई।
- अलवर – कछवाहा राजपूत राजवंश द्वारा शासित एक रियासत थी, जिसकी राजधानी अलवर नगर में थी। रियासत की स्थापना 1770 में प्रभात सिंह प्रभाकर ने की थी।
- धौलपुर – मूल रूप से यह नगर ग्याहरवीं शताब्दी में राजा धोलन देव ने बसाया था। पहले इसका नाम धवलपुर था, अपभ्रंश होकर इसका नाम धौलपुर में बदल गया
- झालावाड़ – झालावाड़ गढ़ भवन का निर्माण राज्य के प्रथम नरेश महाराजराणा मदन सिंह झाला ने सन 1840 में करवाया था।
- दौसा – बड़गूजरों द्वारा करवाया गया था। बाद में कछवाहा शासकों ने इसका निर्माण करवाया।
निष्कर्ष
यहां पर आपको राजस्थान में कितने जिले हैं राजस्थान से जुड़ी कई जानकारियां के बारे में उल्लेख किया गया है यदि यह सभी जानकारियां आपके लिए लाभकारी हूं तो अनेक जानकारी के लिए हिंदीउपदेश की पोर्टल पर सर्च करें धन्यवाद.
FAQ
राजस्थान का सबसे बड़ा जिला कोन है?
राजस्थान का सबसे बड़ा जिला जैसलमेर है।
राजस्थान का सबसे छोटा जिला कौन है?
क्षेत्रफल के नजरिए से राजस्थान का धौलपुर जिला सबसे छोटा जिला माना जाता है।
राजस्थान में कितने संभाग हैं?
राजस्थान में कुल 10 संभाग हैं।
राजस्थान में कितने जिले हैं?
नए जिलों के गठन के बाद राजस्थान में 50 जिले है।