BCD Kya Hai Full Form – भारत एक ऐसा देश है जहां 67 परसेंटेज जनसंख्या और वह कृषि करना पसंद करते हैं इसलिए भारत को एक कृषि प्रधान देश कहा जाता है यहां के लोग फलों एवं सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों को उगाना और खाना पसंद करते हैं।
ऐसे स्थिति में सरकार ने विकास करने के लिए जनता से सीधा प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य यानी बीडीसी को चुना है एबीसीडी सदस्य का मुख्य काम कृषि की ओर ध्यान देना नाली बनवाना ग्राम पंचायत को कार्य सपना और अन्य कार्यों की निगरानी करना होता है।
आईए जानते हैं बीडीसी क्या होता है इसके चुनाव की प्रक्रिया क्या होती है तथा उनकी योग्यताएं वेतन और अन्य जानकारी के बारे में चर्चा करते हैं जानकारी हासिल करने के लिए नीचे दिए गए लेख को पूरा पढ़ें।
बीडीसी के अधिकारी
बीडीसी को विकास कार्य के लिए जिला परिषद सदस्यों द्वारा हर साल वेतन प्रदान किया जाता है 13 वित्त आयोग के अनुसार बीडीसी को राज्य सरकार द्वारा प्रति प्राप्त राशि में से 30% राशि विकास कार्यों के लिए दी जाती हैं जिनसे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास किया जाता है और विकास स्तर को इस तरीके से बढ़ाया जाता है बाद में 14 वित्त आयोग ने बीडीसी को दिए जाने वाले बजट बंद कर दिए।
बीडीसी क्या है
BDC बीडीसी यानी ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में विकास करने के लिए जनता से सीधा प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य यानी कि बीडीसी को चुना जाता है सभी जीडीसी मिलकर एक ब्लॉक प्रमुख का चुनाव करते हैं ब्लॉक प्रमुख बीडीसी सदस्यों का मुखिया होता है वही सभी बीडीसी सदस्यों को ग्राम पंचायत में होने वाले कई कार्यो को भी सौंपता है।
ग्राम पंचायत में होने वाले कार्यों की सूची
ग्राम की स्वच्छता
प्रकाश
सड़कों का निर्माण
औषधालय
कुआं की सफाई और मरम्मत
सार्वजनिक भूमि
मेलो और चरागाहों की व्यवस्था करना
खेती पर ध्यान देना
उद्योग धंधा एवं व्यवसायओं की उन्नति
बीमारियों की रोकथाम
तथा अन्य कार्य
बीडीसी (BDC) का फुल फॉर्म क्या है?
बीडीसी का फुल फॉर्म ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल होता है तथा हिंदी में इन्हें प्रखंड विकास समिति कहा जाता है।
BDC Full Form in English = Block Development Council
BDC Full Form in Hindi = प्रखंड विकास परिषद
यह नाम कृषि क्षेत्र के लिए है लेकिन बिजनेस के क्षेत्र में बीडीसी का अलग-अलग फुल फॉर्म होता है तथा अनेकों नाम होते हैं चलिए उन नाम के बारे में पता करते हैं –
बैकअप डोमेन नियंत्रक
– एक सर्वर जो नेटवर्क में प्राथमिक डोमेन नियंत्रक (PDC) के लिए बैकअप के रूप में कार्य करता है।
बिजनेस डेटा कैटलॉग
– Microsoft SharePoint की एक सुविधा जो उपयोगकर्ताओं को बाहरी स्रोतों से डेटा तक पहुंचने और प्रदर्शित करने की अनुमति देती है।
बैच डेटा संचार
– कंप्यूटर सिस्टम और बाहरी डिवाइस या किसी अन्य कंप्यूटर सिस्टम के बीच डेटा स्थानांतरित करने की एक विधि।
व्यवसाय विकास केंद्र
– किसी कंपनी के भीतर एक विभाग या इकाई जो नए व्यावसायिक अवसर पैदा करने और मौजूदा अवसरों का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित करती है।
बांग्लादेश विकास निगम
– एक राज्य के स्वामित्व वाला उद्यम जो बांग्लादेश में विभिन्न उद्योगों और सेवाओं का संचालन करता है।
बैंगलोर विकास समिति
– एक वैधानिक निकाय जो भारत में बैंगलोर शहर की योजना और विकास की देखरेख करता है।
बिग डैडी केन
– अमेरिकी रैपर बिग डैडी केन का उपनाम।
बीडीसी (BDC) चुनाव प्रक्रिया क्या है?
बीडीसी चुनाव प्रक्रिया राज्य सरकार के निर्वाचन आयोग द्वारा करवाई जाती है।
यह एक साधारण चुनाव प्रक्रिया होती है।
यह चुनाव मुख्य रूप से बैलेट पेपर के माध्यम से किया जाता है।
इसमें ग्राम सभा की जनता भाग लेती है।
इस प्रक्रिया में एक शब्द निश्चित होता है उसी के अंतर्गत आने वाले वोटर ही इसमें भाग ले सकते हैं।
और उस वार्ड के वोटर को वोट देने का अधिकार होता है।
एक ग्राम पंचायत में एक से अधिक बीडीसी हो सकते हैं।
इस चुनाव प्रक्रिया के दौरान जो उम्मीदवार जितना है उसे ही उसे वार्ड का बीडीसी घोषित किया जाता है।
BDC बनने के लिए मुख्य दस्तावेज
यदि आप भी बीडीसी पद के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आपके पास यह सभी दस्तावेज होने चाहिए।
BDC उम्मीदवारों को गांव का मूल निवासी होना जरूरी हैं।
आप जिस क्षेत्र से आवेदन कर रहे हैं आपके वहां का मूल निवासी होना होगा।
सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को छोड़कर अन्य वर्ग के उम्मीदवारों के पास जाति प्रमाण पत्र होना चाहिए।
आपके पास आधार कार्ड और पैन कार्ड होना चाहिए।
आपका चरित्र कैसा है इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए आपके पास चरित्र प्रमाण पत्र होने चाहिए।
आप नामांकन कब करवा रहे हो उसके लिए आयु प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।
मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी।
संपति घोषणा पत्र।
यदि आप योग्य हैं आपका नाम ग्राम सभा की मतदाता सूची में होना चाहिए।
बीडीसी की योग्यता
बीडीसी पदों के लिए पंचायती चुनाव की ओर से कोई भी योग्यता निर्धारित नहीं की गई है परंतु सरकार द्वारा होने वाले इलेक्शन चुनाव में सभी के लिए न्यूनतम योग्यताएं निर्धारित करने की योजना बनाई जा रही है चुनाव की घोषणा के साथ नियमों की घोषणा जल्द की जा सकती है।
बीडीसी का वेतन और कार्यकाल
बीटीसी पद में नियुक्त होने के बाद आपके मन में यह सवाल आता होगा कि इस पद के लिए कितनी सैलरी दी जाती है क्योंकि सबसे मुख्य होता है वेतन किसी भी राज्य सरकार द्वारा बीडीसी पद के लिए कोई निश्चित वेतन निर्धारण नहीं है किसी-किसी राज्यों में बीडीसी सदस्यों को वेतन के रूप में 4000 से ₹5000 प्रति माह दिए जाते हैं।
प्रत्येक मीटिंग में बीडीसी सदस्यों को पंचायत की बैठक में शामिल होने पर ₹500 दिए जाते हैं।
सरकार की ओर से अन्य भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं।
उदाहरण के लिए मध्य प्रदेश में क्षेत्र पंचायत सदस्यों को मानदेय के रूप में 4500 से 4800 दिए जाते हैं।
किसी-किसी राज्य में वेतन दिया जाता है और किसी किसी राज्य में वेतन नहीं दिया जाता।
बीडीसी पदों के लिए कार्यकाल निर्धारित होता है।
निष्कर्ष
आज हमने बीडीसी के बारे में चर्चा की है बीडीसी क्या होता है तथा इसका फुल फॉर्म क्या है ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव प्रक्रिया क्या है योग्यताएं और अन्य जानकारी के बारे में आपको बताया गया है।
अगर आपको यह सभी जानकारियां सही लगे और अन्य जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हिंदी उपदेश की पोर्टल पर सर्च कर सकते हैं धन्यवाद।