OBC Non Creamy Layer Kya Hai – ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के बारे में चलिए जानते हैं भारत एक ऐसा देश है जहां यहां की जनसंख्या को चार जाति के आधार पर बांटा गया है सभी भाग के अलग-अलग नियम है और अलग-अलग सुविधाएं हैं।
चार भागों के नाम इस प्रकार हैं –
General
OBC
SC
ST
कई बार आपने सुना होगा ओबीसी क्रीमी लेयर और ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर (OBC Creamy Layer or OBC Non Creamy Layer)
इन दोनों के बारे में क्या आपको पूरी जानकारी है तो चलिए जानते हैं ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर क्या होता है और ओबीसी क्रीमी और नॉन क्रीमी लेयर में अंतर क्या है।
OBC का फुल फॉर्म क्या है?
सबसे पहले यह जानते हैं ओबीसी होता क्या है भारत सरकार द्वारा घोषित की गई आधिकारिक वर्ग है ओबीसी इसका इस्तेमाल भारत देश में रह रहे उन लोगों की प्रमाणिकता के लिए किया जाता है जो सामाजिक या शैक्षिक रूप से वंचित रह गए हैं।
OBC – Other Backward Classes
ओबीसी – अत्यंत पिछड़ी जाति
इस जाति वर्ग के लोगों को मुख्य सुविधा प्राप्त होती हैं वहीं दूसरी तरफ मान्यता प्राप्त वर्गों में एसटी और एससी वर्ग के लोग भी शामिल होते हैं इन्हें अत्यधिक सुविधा प्राप्त होती है जो भारत सरकार द्वारा घोषित की गई है।
OBC क्रीमी लेयर क्या है?
ओबीसी क्रीमी लेयर में वे व्यक्ति शामिल होते हैं जिनकी स्थिति ओबीसी वर्ग के लोगों से अच्छी होती है यह लोग पढ़े-लिखे और सामाजिक लोग होते हैं उनकी ए ₹800000 से ज्यादा होती हैं।
ओबीसी क्रीमी लेयर में आने वाले व्यक्ति सर्टिफिकेट प्राप्त नहीं कर सकते।
जिनके माता-पिता ग्रुप एक ही नौकरियां आईपीएस आईएएस और आईएफएस के सर्विस में शामिल होते हैं वह इस सर्टिफिकेट को पाने योग्य नहीं होते।
जिनके माता-पीताओं के पास सरकारी नौकरी होती है वह सर्टिफिकेट को पाने योग्य नहीं होते।
नॉन क्रीमी लेयर यानी की बी और एनबीसी के अंतर्गत आने वाले सभी लोग इस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
ओबीसी क्रीमी लेयर का अर्थ यह है कि साधारण भाषा में समझा जाए तो यह वे व्यक्ति हैं जो अत्यंत पिछड़ी जाति वर्ग से ऊपर होते हैं इनके पास बहुत सारी सुविधाएं होती हैं जो सुविधा पिछड़े वर्ग के लोगों को नहीं प्राप्त होती वैसे व्यक्तियों को ओबीसी क्रीमी लेयर में शामिल किया जाता है।
OBC Non Creamy Layer क्या है ?
ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर में वे वर्ग समूह के लोग शामिल होते हैं जिनके परिवार की समस्त सदस्यों की आय ₹800000 से कम हो
इन वर्ग के लोगों को सरकार द्वारा समय-समय पर सुविधाएं दी जाती हैं।
इनके लिए नई-नई योजनाएं बनाई जाती है ताकि इन वर्ग के लोगों को भी विकास मिल सके।
सरकार द्वारा समय-समय पर बहुत सारी स्कीम में लाई जाती हैं जैसे नौकरी, अनाज और अन्य सुविधाएं।
ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर वाले उम्मीदवारों के लिए सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया जाता है उनके लिए सीट आरक्षित की जाती है।
सरकार द्वारा बनाए गए नियम के अनुसार ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर को एक सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है या सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य होता है लेकिन या सर्टिफिकेट तमिलनाडु राज्य में स्वीकार नहीं है।
इस सर्टिफिकेट के माध्यम से उन्हें नौकरियों के लिए सीट दी जाती है।
नॉन-क्रीमी लेयर प्रमाणपत्र के लिए पात्रता
नॉन क्रीमी लेयर सर्टिफिकेट यदि आप बनवाना चाहते हैं तो आपको नीचे बताए गए पात्रता मापदंड को चेक करना जरूरी है।
आपके पास भारत देश की नागरिकता होनी चाहिए
परिवार के सभी सदस्यों की आयु 800000 से कम होनी चाहिए।
आप जिस राज्य से आवेदन करना चाहते हो आपको वहां का स्थाई तौर से निवासी होना आवश्यक है।
जो उम्मीदवार इसके लिए आवेदन कर रहा है उसके परिवार के सदस्य के पास सर्टिफिकेट होना जरूरी है।
आवेदन करने से पहले आप यह जरूर चेक करें कि आप ओबीसी क्रीमी लेयर में शामिल न हो।
आपके माता-पिता में से कोई एक केंद्र सरकार के ग्रुप से या ग्रुप डी कर्मचारियों के रूप में कार्यरत होना चाहिए।
यदि आप विवाहित है और आपके पति केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं और आपके माता-पिता के पास आए का कोई स्थिर स्रोत नहीं है तो भी आप एनसीएल प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के पात्र हो सकते हैं।
ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर प्रमाण पत्र के लिए पत्र कौन नहीं है
यदि आप ओबीसी वर्ग में आते हैं और आप यह चेक करना चाहते हैं कि आप ओबीसी क्रीमी लेयर या ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर किस श्रेणी में आते हैं तो चलिए चेक करते हैं।
यदि आपकी जाति केंद्र सरकार की ओबीसी सूची में शामिल नहीं है तो आप आवेदन नहीं कर सकते।
आपके माता-पिता केंद्र सरकार के ग्रुप ए सेवाओं में कार्यरत हैं –
आईएएस
आईपीएस
आईएफएस
आपके परिवार की वार्षिक आय 8 लख रुपए से अधिक है तो आप आवेदन करने योग्य नहीं है।
नॉन-क्रीमी लेयर प्रमाणपत्र आवश्यक दस्तावेज
एनसीएल/ओबीसी प्रमाण पत्र नॉन क्रीमी लेयर के लिए यदि आप आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास यह सभी मुख्य दस्तावेज होने चाहिए –
- पहचान प्रमाण (निम्नलिखित में से कोई एक दस्तावेज़):
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वोटर आई कार्ड
- निवास प्रमाण (निम्नलिखित में से कोई एक दस्तावेज़):
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- Ration कार्ड
- रेंट एग्रीमेंट
- बैंक पासबुक
- इलेक्ट्रिसिटी बिल/ पानी बिल / फ़ोन बिल
- गैस बिल या अन्य कोई भी पते का प्रमाण
- अन्य सर्टिफिकेट
- कम्युनिटी सर्टिफिकेट
- स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट
- आय प्रमाण पत्र
- माता-पिता या रिश्तेदार का जाति प्रमाण (यदि माता-पिता मौजूद नहीं हैं)
- विवाह से पहले और बाद में जाति का प्रमाण (यदि लागू हो)
- विवाहित महिलाओं के लिए नाम परिवर्तन का प्रमाण (यदि लागू हो)
- मुस्लिम सोसायटी से प्रमाण पत्र (मुस्लिम आवेदकों के लिए)
- गृह राज्य के दस्तावेज़ (यदि प्रवास के लिए लागू हो)
- आवेदक का फोटो
अन्य सर्टिफिकेट
- कम्युनिटी सर्टिफिकेट
- स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट
- आय प्रमाण पत्र
OBC-CL और OBC-NCL में क्या अंतर है ?
ओबीसी क्रीमी लेयर और ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर में क्या अंतर है चलिए बातों को साल भाषा में समझते हैं।
OBC क्रीमी लेयर | OBC नॉन-क्रीमी लेयर |
इन्हें उच्च जाति का दर्जा भारत समाज में प्राप्त है। | ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर को उच्च जाति का दर्जा प्राप्त नहीं है। |
ओबीसी क्रीमी लेयर की गणना भारत की कुल आबादी के प्रतिशत के आधार पर की जाती है जो किसी विशेष जाति से संबंधित होते हैं | ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर वे जाति और जनजातीय है जिनके पास शैक्षणिक योग्यताएं नहीं है। |
क्रीमी लेयर हर राज्य में अलग-अलग नहीं होते पूरे भारत के सभी राज्यों के लिए एक समान होते हैं। | गैर क्रीम लेयर हर राज्य में अलग-अलग होती है, विशेष राज्य में उन्हें सरकारी नौकरी के लिए विशेष सीटों की संख्या पर निर्भर करता हैं। |
क्रीमी लेयर में आने वाले उम्मीदवारों को किसी प्रकार का कोई आरक्षण नहीं दिया जाता। | नॉन क्रीमी लेयर में आने वाले उम्मीदवारों को विशेष सुविधाएं और सरकारी नौकरी के लिए आरक्षण दिया जाता है। |
उनकी आय 8 लाख से अधिक होती हैं। | इनकी आय 8 लाख से कम होती है। |
OBC-CL का पूरा नाम OBC creamy layer | OBC-NCL का पूरा नाम OBC Non creamy layer |
OBC-CL वर्ग के लोगों के साथ General वर्ग के लोगों की तरह व्यवहार किया जाता है जिसके कारण इस वर्ग के लोगों को सरकारी स्कीमों का लाभ प्राप्त नहीं मिलता। | OBC-NCL वर्ग के लोग सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। |
नॉन-क्रीमी लेयर प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कैसे करें
ऑनलाइन आवेदन
यदि आप सर्टिफिकेट बनवाना चाहते हैं तो आप इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं आवेदन कभी भी किया जा सकता है।
आवेदन करने के लिए सबसे पहले यह जानने की ऑनलाइन तरीका काफी कम राज्यों में उपलब्ध है।
सबसे पहले यह चेक करें कि आपके राज्य में ऑनलाइन आवेदन करने का तरीका उपलब्ध है या नहीं।
ऑनलाइन आवेदन करने के लिए अपने राज्य की state’s backward class welfare portal में जाए।
आपके ऊपर की साइड में apply for caste Certificate online का विकल्प दिखेगा उसे पर क्लिक करें।
आप पोर्टल पर अपना खाता बनाकर फॉर्म जमा कर सकते हैं आप बिना खाता बनाए भी फॉर्म जमा कर सकते हैं यह दोनों प्रक्रियाएं हैं।
क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया फार्म खुल जाएगा उसमें पूछी गई सभी कार्यों को विस्तार पूर्वक भर और सबमिट के बटन पर क्लिक करें।
आपको एक एप्लीकेशन नंबर मिलेगा।
यह नंबर सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट होता है क्योंकि जब आप अपना एप्लीकेशन स्टेटस चेक करेंगे तो आपसे इस नंबर की मांग की जाएगी।
नंबर को लिखकर रख ले।
प्रमाण पत्र के जारी होने की जानकारी आपको मैसेज के माध्यम से मिलेगी मैसेज आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर दिया जाएगा।
प्रमाण पत्र जारी होने के बाद आपको एक लिंक दिया जाएगा जिसके माध्यम से आप इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन
आप ऑफलाइन माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं इसके लिए आपको अपने नजदीकी Tehsil office, SDM office, Revenue office या SETU/CSC centers में जाने की आवश्यकता होगी
वहां के कर्मचारियों से बात करने पर आपको एक फॉर्म दिया जाएगा।
उसे फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी को ध्यानपूर्वक भर और आपको अपने जाति की जानकारी देते वक्त ज्यादा ध्यान रखना है।
आपको कॉल डिटेल्स की जानकारियां भरनी है और उसके सामने दिए गए चेकबॉक्स में भी आपको चेकMark करना होगा।
यदि आप किस से दूसरे राज्य से हैं तो आपको इसकी जानकारी भी बिल्कुल सही तरीके से भरनी होगी।
फार्म में दिए गए सेल्फ डिक्लेरेशन वाले हिस्से में आपको अपना हस्ताक्षर करना होगा।
आप अपना पासपोर्ट साइज फोटो अपने आवेदन फार्म में जरूर अटैच करें।
आपसे कुछ मुख्य दस्तावेज मांगे जाएंगे जो आपको आवेदन फार्म में अटैच करना होगा।
फार्म जमा करने के 30 दिनों के अंदर आपको प्रमाण पत्र मिल जाएगा।
क्रीमी लेयर और नॉन-क्रीमी लेयर का महत्व
ओबीसी क्रीमी और नॉन क्रीमी लेयर दोनों महत्वपूर्ण है जिनका उपयोग यूपीएससी द्वारा पिछड़े वर्ग में अंतर करने के लिए किया जाता है।
इसकी उपयोगिता केवल भारती बोर्ड में नहीं है बल्कि तमिलनाडु पंजाब राजस्थान आंध्र प्रदेश महाराष्ट्र और कई अन्य राज्य सरकार द्वारा भी इसका पालन किया जाता है।
कक्षा दसवीं पास छात्रों के लिए इस या आईएफएस में ओबीसी पदों के लिए अपनी पात्रता को पूरा करना एक बड़ी चुनौती है।
इसलिए ओबीसी की क्रीमी लेयर और नॉन क्रीमी लेयर को यूपीएससी भर्ती प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ओबीसी क्रीमी ऑन नॉन क्रीमी लेयर में आपको आरक्षण दिए जाते हैं ताकि आप भी नौकरी पा सके।
निष्कर्ष
हमने यहां पर ओबीसी क्रीमी और ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर क्या है इसके बारे में पूरी चर्चा की गई है तथा आपको अन्य जानकारियां दी गई है कि इन दोनों में क्या समानताएं हैं क्या अंतर है और यदि आप नॉन क्रीमी लेयर सर्टिफिकेट बनाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन तथा ऑफलाइन कैसे आवेदन कर सकते हैं।
यदि आपको यह सभी जानकारियां पसंद आए तो अन्य जानकारी के लिए हिंदी उपदेश की पोर्टल पर सर्च करें धन्यवाद।
कुछ मुख्य सवाल
ओबीसी प्रमाण पत्र किस राज्य में स्वीकार नहीं है?
ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर प्रमाण पत्र तमिलनाडु राज्य में स्वीकार नहीं किया जाता है।
ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
जिस व्यक्ति के परिवार की आय ₹800000 से कम हो वही ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ओबीसी का फुल फॉर्म क्या होता है?
ओबीसी का फुल फॉर्म अत्यंत पिछड़ी जाति होता है।
सर्टिफिकेट कैसे बनाया जाता है?
यदि आप ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर सर्टिफिकेट बनाना चाहते हैं तो आप इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन कर सकते हैं आवेदन प्रक्रिया ऊपर पोस्ट पर बताई गई है।