Vaishno Devi ki Chadhai Kitni Hai – भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मो के लोग एक साथ रहते हैं और भारत में हिंदू धर्म के लिए बहुत सारे तीर्थ यात्रा स्थल है तीर्थ यात्राओं में से माता वैष्णवी देवी मंदिर तक की यात्रा को सबसे पवित्र और सबसे कठिन यात्रा में से एक माना जाता हैं। हिंदू धर्म के हर कोई व्यक्ति इस यात्रा को करने की इच्छा रखते हैं।
माता का दरबार जम्मू कश्मीर स्थित त्रिकुटा की पहाड़ियों में एक गुफा के अंदर है यहां तक पहुंचाने के लिए 12 से 13 किलोमीटर की मुश्किल चढ़ाई कड़नी होती है इसके बाद ही आप माता वैष्णो देवी तक पहुंच पाएंगे।
क्या आप भी माता वैष्णो देवी की यात्रा में जाने वाले हैं और यह जानना चाहते हैं कि वैष्णो देवी की चढ़ाई कितनी है, और कब कहां कैसे जा सकते हैं, वैष्णो देवी की यात्रा क्या हम पूरे साल में कभी भी कर सकते हैं और मन में कुछ सवाल है तो चलिए उन सवालों के जवाब जानते हैं।
माता वैष्णो देवी की चढ़ाई कितनी है (Mata Vaishno Devi Ki Chadhai Kitni Hai)
वैष्णो देवी तीर्थ स्थल समुद्र तल से 5300 फीट ऊंचाई पर स्थित है या जम्मू और कश्मीर में स्थित हिंदू मंदिर वैष्णो देवी की यात्रा कटरा शहर से शुरू होती है फिर त्रिकुट पहाड़ पर वैष्णो देवी मंदिर स्थित है कटरा से वैष्णो देवी मंदिर तक की चढ़ाई लगभग 12 से 13 किलोमीटर की हैं।
आपको कल 3200 से अधिक सीढ़ियां कड़नी होती है इन सीडीओ को चढ़ाने में तीन से चार घंटे का समय लगता हैं।
श्रद्धालुओं के लिए वैष्णो देवी जाने के लिए रोपवे और हेलीकॉप्टर की सुविधा भी उपलब्ध हैं।
वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए अन्य प्रकार की भी सवारी है जैसे घोड़ा, खच्चर, पिट्टू, पालकी
इन सवारियां के माध्यम से आप आसानी से अपनी यात्रा कर सकते हैं. यह सभी सवारियां कटरा से भवन तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को मिलती हैं।
कटरा से सांझी छत के बीच नियमित रूप से हेलीकॉप्टर सर्विस मौजूद हैं।
सांझी छत के बाद आपको केवल 2.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होती हैं।
विस्तृत जानकारी
वैष्णो देवी की चढ़ाई | 12 से 13 किलोमीटर |
वैष्णो देवी की सीढ़ी | 3,000 से ज्यादा है |
वैष्णो देवी माता का अन्य नाम | वैष्णवी, माता रानी, अम्बे, त्रिकुटा, शेरावाली, ज्योतावली, पहाड़ावली, दुर्गा, भगवती, जगदंबा |
पता | जम्मू कश्मीर |
वैष्णो देवी मंदिर की चढ़ाई में कितना समय लगता है?
श्रद्धालुओं के लिए वैष्णो देवी मंदिर में चढ़ाई करने के लिए दो मार्ग उपलब्ध कराए गए हैं इनमें से पहले रास्ता ढलान वाला है और दूसरा रास्ता सीडीओ वाला है लेकिन असली यात्रा जम्मू कश्मीर के कटरा नामक स्थान से शुरू होती है इसके बाद 700 से 800 कम की दूरी पर एक मंदिर मिलता है।
जिसका नाम चरण पादुका मंदिर हैं। इसके बाद वैष्णो देवी मंदिर पहुंचने के लिए आपको 13 किलोमीटर लंबा मार्ग पर करना होता है जिसके लिए लगभग तीन से चार घंटे का समय लगता हैं। और यह यात्रा पैदल, सवारी के माध्यम से और हेलीकॉप्टर के माध्यम से की जा सकती हैं।
बहुत से लोगों का यह मानना है कि यदि आप यात्रा करते हैं तो आपको यात्रा पैदल करनी चाहिए इससे आपका संघर्ष और आपको अपने अंतिम स्थान तक पहुंच कर ज्यादा सुख की प्राप्ति होगी।
सफर पैदल या हेलीकॉप्टर का
वैष्णो देवी तीर्थ स्थान समुद्र तल से 5300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और बीस कैंप कटरा से माता का दरबार जिसे भवन भी कहते हैं वहां तक पहुंचाने के लिए आपको 13 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती हैं।
यह आपकी मर्जी पर है कि आप चढ़ाई पैदल करते हैं या हेलीकॉप्टर के माध्यम से चढ़ाई पैदल करनी जरूरी नहीं है आप चाहे तो अनेक सवारी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और बड़ी आसानी से कटरा से मंदिर तक का सफर कर सकते हैं इसमें आपको कम समय लगता हैं।
अगर आप हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं तो आप यह यात्रा काफी ज्यादा कम समय में कर पूरी कर सकते हैं।
हवाई मार्ग- जम्मू का रानीबाग एयरपोर्ट वैष्णो देवी का नजदीकी एयरपोर्ट है। जम्मू से सड़क मार्ग के जरिए वैष्णो देवी के बेस कैंप कटरा पहुंचा जा सकता है जिसकी दूरी करीब 50 किलोमीटर है। जम्मू से कटरा के बीच बस और टैक्सी सर्विस आसानी से मिल जाती है।
रेल मार्ग- रेलवे स्टेशन जम्मू और कटरा दो हैं। देशभर के मुख्य शहरों से जम्मू रेल मार्ग के जरिए जुड़ा हुआ है। इसके अलावा वैष्णो देवी का बेस कैंप कटरा भी अब एक रेलवे स्टेशन बन गया है। जम्मू-उधमपुर रेल रूट पर स्थित है श्री माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशन जिसकी शुरुआत साल 2014 में हुई थी। दिल्ली के अलावा कई दूसरे शहरों से भी यहां तक सीधी ट्रेनें आती हैं। आप चाहें तो कटरा तक सीधे ट्रेन से आ सकते हैं औऱ फिर यहां से माता के दरबार तक पैदल यात्रा शुरू कर सकते हैं।
सड़क मार्ग- देश के विभिन्न हिस्सों से जम्मू सड़क मार्ग के जरिए भी जुड़ा हुआ है और जम्मू होते हुए सड़क मार्ग से कटरा तक पहुंचा जा सकता है और फिर वहां से त्रिकूटा की पहाड़ियों की चढ़ाई।
यात्रा काफी हद तक हुई आसान
हर साल करीब एक करोड़ श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दर्शन तक पहुंचाते हैं या यात्रा मुश्किलों से भरी हुई है यात्रा को पूरा करने में कितना वक्त लगेगा मौसम कैसा होगा भीड़ होगी या नहीं यह बता पाना बहुत मुश्किल हैं।
पिछले कई वर्षों में वैष्णो देवी की यात्रा में कई सुविधाएं जोड़ी गई हैं और यात्रा को आसान बनाया गया हैं।
यात्रियों के लिए पहाड़ को काटकर प्लेन रास्ता बना दिया गया हैं।
चढ़ाई के दौरान रास्तों में जगह-जगह पर आराम के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं।
आराम के लिए shade, शाकाहारी खाना पानी की व्यवस्था यह व्यवस्था आपको 24 घंटे दी जाती हैं।
रास्तों की जानकारी
- जम्मू का छोटा सा शहर कटरा वैष्णो देवी के बेस कैंप के रूप में काम करता है।
- यह जम्मू से 50 किलोमीटर दूर है।
- यात्रा शुरू करने से पहले रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है क्योंकि रजिस्ट्रेशन स्लिप के आधार पर ही मंदि में दर्शन करने का मौका मिलता है।
- कटरा से भवन के बीच कई पॉइंट्स हैं जिसमें बाणगंगा, चारपादुका, इंद्रप्रस्थ, अर्धकुवांरी, गर्भजून, हिमकोटी, सांझी छत और भैरो मंदिर शामिल है लेकिन यात्रा का मिड-पॉइंट अर्धकुंवारी है।
- यहां भी माता का मंदिर है जहां रुककर लोग माता के दर्शन करने के बाद आगे की 6 किलोमीटर की यात्रा करते हैं।
- वैसे इसी साल 19 मई 2018 को बाणगंगा से अर्धकुंवारी के बीच नए रास्ते का उद्घाटन किया गया है ताकि मौजूदा 6 किलोमीटर के रास्ते पर श्रद्धालुओं की भीड़ को कम किया जा सके।
कब जाएं वैष्णो देवी?
आप पूरे साल वैष्णो देवी की यात्रा कर सकते हैं यह यात्रा पूरे साल खुली रहती हैं।
लेकिन मैसेज जून और नवरात्रि मार्च से अप्रैल और सितंबर से अक्टूबर के बीच का सीजन मुख्य रूप से वैष्णो देवी यात्रा का होता है इस समय काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती हैं।
बारिश के मौसम में भी यात्रा करने से बचना चाहिए जुलाई से अगस्त क्योंकि मार्ग पर पिसलान की वजह से चढ़ाई मुश्किल हो जाती हैं।
दिसंबर से जनवरी के बीच काफी ज्यादा ठंड होती है और उसे इलाके में ठंड काफी ज्यादा पड़ती है तो आपको दिसंबर से जनवरी के बीच यात्रा नहीं करनी चाहिए।
निष्कर्ष
अपने यहां पर वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा के बारे में जानकारी आप की हमने आपको बताया कि वैष्णो देवी मंदिर की पैदल यात्रा की दूरी लगभग 14 किलोमीटर तक की है जिसमें आपको तीन से चार घंटे का समय लगता है और यह आपके चलने की स्पीड पर निर्भर करती है समय 5 से 8 घंटे तक का भी लग सकता हैं। यात्रा का समय निश्चित नहीं होता आपको यात्रा के दौरान यदि कोई मुश्किल आती है तो आपका समय बढ़ जाता है मुख्य रूप से पैदल यात्रा में तीन से चार घंटे का समय लगता है हमेशा करते हैं आपकी यात्रा मंगलमय हो ।
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ऊपर दी गई जानकारी में कुछ भी परेशानी हो या मन में कोई सवाल आए आप कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपना सवाल पूछ सकते हैं।
मन में आए कुछ सवाल
वैष्णो देवी की चढ़ाई में कितना समय लगता है?
वैष्णो देवी मंदिर की चढ़ाई में 12 घंटे का समय लगता हैं।
पैदल वैष्णो देवी की यात्रा कितने किलोमीटर की है?
वैष्णो देवी की पैदल यात्रा 13 से 14 किलोमीटर की हैं।
वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा कब कर सकते हैं?
वैष्णो देवी मंदिर आप पूरे साल में से कभी भी जा सकते हो यह पूरे साल चलने वाली यात्रा हैं।
वैष्णो देवी में सीढ़ी कितनी है?
आपको कल 3200 से अधिक सीढ़ियां चढ़नी होती हैं।
कटरा से वैष्णो देवी पहुंचने में सवारियों से कितना समय लगता है?
यदि आप सवारी का इस्तेमाल करते हैं तो आपको 6 से 7 घंटे का समय लगता हैं।
Article Written By: SHAMA PERWEEN
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