Apprentice Kya Hai – इस युग में सभी युवा परेशान है और एक अच्छी नौकरी की तलाश में इधर से उधर प्रयास कर रहे हैं और जा रहे हैं कि अपने आप में नए कौशल विकसित करें जिससे उन्हें एक अच्छा रोजगार प्राप्त हो और भविष्य में अपनी जिंदगी को आसानी से गुजार सके।
आज हम बात करेंगे अप्रेंटिस क्या होता है आपको सरकारी तथा प्राइवेट दोनों नौकरियों में अप्रेंटिस का नाम तो सुना ही होगा अप्रेंटिस एक ट्रेनिंग प्रोग्राम है जिसमें आपकी कौशल विकसित की जाती है और आपको नए-नए ज्ञान दिए जाते हैं ताकि आप सक्षम बना सको तो चलिए अप्रेंटिस की पूरी जानकारियां पता करते हैं इसलिए नीचे बताइए क्या जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़े।
पता है कुछ समय पहले मैं भी नौकरी को लेकर काफी परेशान थी कि मुझे आगे क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए यह परेशानियां मेरे दिमाग में काफी दिनों से चल रही थी तो मेरे को अप्रेंटिसशिप का ऑप्शन दिखाई दिया तो मैं इसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा की है और यहां पर शेयर किया है
अप्रेंटिस क्या होता है?
जिंदगी के भाग दौड़ में अक्सर हम उसे मोड पर गलत फैसले लेते हैं जहां पर हमें मंजिल मिलने वाली होती है हर बार हम आखिरी आखिरी छोर पर पहुंचकर हिम्मत हार जाते हैं यह हर एक तीसरी इंसान की यही कहानी है।
अप्रेंटिस एक प्रकार का ट्रेनिंग कार्यकाल होता है जिसमें उम्मीदवारों को औद्योगिक कार्य के लिए ट्रेनिंग दी जाती है और ट्रेन किया जाता है।
हिंदी भाषा में अप्रेंटिसशिप को प्रशिक्षु कहा जाता है आपने यह नाम तो सुना ही होगा।
अप्रेंटिसशिप का पद अर्थात व्यक्ति सामान्य कर्मी की तरह कार्य करता है इसके बहुत लाभ होते हैं इसमें आपको और उद्योग के बारे में पूरा ज्ञान दिया जाता है आपको सैद्धांतिक ज्ञान के बजाय व्यवहारिक ज्ञान मिलता है जो आपको आगे नौकरी पाने में सहायता प्रदान करता है और आपके कार्य कौशल की क्षमता को भी बढ़ता है।
एप्प्रिहेंसिव किसी प्रकार की पढ़ाई नहीं होती इसमें आपको किसी भी क्लास में पढ़ाया नहीं जाता आपको डायरेक्ट सिखाया जाता है किसी भी उद्योग इंडस्ट्री और प्लांट में ले जाकर आपको सामान्य कर्मी की तरह कार्य करवाया जाता है और सिखाया जाता है।
अप्रेंटिस एक्ट 1961 क्या है?
अप्रेंटिसशिप भारत में प्रशिक्षु अधिनियम 1961 को बनाया गया था इस नियम के अंतर्गत उद्योगों में अप्रेंटिसशिप के परीक्षण से जुड़े कार्यों को नियंत्रित किया जाता है प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रशिक्षण की अवधि आदि केंद्रीय शिक्षुता परिषद द्वारा निर्धारित की जाती है साथी इस अधिनियम के तहत या ध्यान दिया जाता है कि परीक्षण के दौरान उद्योग में सारे सुविधा उपलब्ध हो ताकि प्रशिक्षु को सारी सुविधाएं दी जा सके।
अप्रेंटिस एक्ट 1961 अधिनियमित और 1962 में प्रभावी रूप से लागू किया गया प्रारंभिक दौर में इस अधिनियम को व्यापार शिक्षुओ के प्रशिक्षण की परिकल्पना की गई थी।
वर्ष 1973 में ग्रेजुएशन और डिप्लोमा इंजीनियरों के प्रशिक्षण को ग्रेजुएट और तकनीशियन प्रशिक्षु के रूप में शामिल करने के लिए संशोधन किया गया था।
वर्ष 1986 ईस्वी में इस अधिनियम को दोबारा संशोधित किया गया जिसमें 10 + 2 व्यावसायिक धाराओं को प्रशिक्षण तकनीशियन व्यावसायिक के रूप में प्रशिक्षित जाना तय किया गया।
National Apprenticeship Promotion Scheme 2024 के लाभ
सरकार की ओर से बहुत सारे अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम चलाई जाते हैं ताकि इससे आने वाली नई युवा पीढ़ी को लाभ हो।
अप्रेंटिसशिप करने से होने वाले लाभ
- जिस क्षेत्र में आपने अप्रेंटिस की है उस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करना आसान हो जाता है।
- अभ्यर्थी को नौकरी देने में कंपनी ज्यादा महत्व देती है।
- अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी के साथ – साथ प्राइवेट जॉब में भी महत्व दिया जाता है।
- अप्रेंटिसशिप करने के दौरान कंपनी स्टाइपेंड भी देती है।
अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship) कितने प्रकार के होते है?
पता है अभी सबसे बड़ी परेशानी यह है कि हमें किसी भी चीज के बारे में पूरा ज्ञान नहीं है और अधूरा ज्ञान व्यक्ति को हर बार संकट में डालता है इसलिए आप सबसे पहले किसी भी चीज को जो आप करना चाहते हैं उसके लिए पूरा ज्ञान को और उसके बाद ही उसे चीज को करो आपको कामयाबी जरूर मिलेगी।
सबसे पहले यह समझते हैं कि अप्रेंटिसशिप कितने प्रकार के होते हैं और क्या-क्या होते हैं –
ग्रेजुएट अप्रेंटिसशिप – जैसा कि नाम से आसानी से समझ में आ रहा है जो विद्यार्थी ग्रेजुएशन की पढ़ाई खत्म कर लेते हैं वही ग्रेजुएट अप्रेंटिसशिप के लिए योग्य होते हैं मुख्य रूप से इसमें इंजीनियरिंग कर चुके विद्यार्थी हिस्सा लेते हैं इस प्रोग्राम के दौरान उन्हें व्यवसाय और परियोजनाओं के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है और उन्हें सफल होने के कई रास्ते दिखाए जाते हैं।
उन्हें इसके माध्यम से या समझाया जाता है कि इंजीनियरिंग कर लेने के बाद उनके पास कौन-कौन से विकल्प है उन्हें सारी मुश्किलों को आसानी से समझाया जाता है उन्हें गाइड किया जाता है कि वह कौन-कौन से कम ले सकते हैं ताकि वह अपना फ्यूचर ब्राइट कर सके और आगे उन्हें सफलता हासिल हो।
तकनीकी अप्रेंटिसशिप – यदि आपने पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है तो आप तकनीकी अप्रेंटिसशिप के प्रोग्राम में हिस्सा ले सकते हैं आपको तकनीकी में रुचि है तो आपके लिए या प्रोग्राम काफी ज्यादा लाभदायक हो सकता है इसमें आपको प्राइवेट इंडस्ट्री में नौकरियों के ऑप्शंस दिए जाते हैं और यह समझाया जाता है कि किस प्रकार से आप इंडस्ट्री में कार्य करेंगे ताकि आप अत्यधिक सक्सेस पा सके।
यह एक ट्रेनिंग प्रोग्राम होता है जिसमें आपको आपके कार्य से जुड़ी जानकारियां दी जाती हैं और साथ ही ट्रेनिंग खत्म होने के बाद आपको नौकरी के विकल्प भी दिए जाते हैं जो आपके लिए अत्यधिक लाभकारी होते हैं।
ट्रेड अप्रेंटिसशिप – आपने अक्सर सरकारी क्षेत्र में तथा प्राइवेट क्षेत्र में ट्रेड अप्रेंटिसशिप का नाम तो सुना ही होगा क्या सबसे ज्यादा फेमस नाम है कक्षा आठवीं पास विद्यार्थी भी इस पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं यदि आपने कक्षा आठवीं पास की है दसवीं पास की है और आपने ग्रेजुएशन पास की है कोई भी विद्यार्थी इस अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम का हिस्सा बन सकता है इसके अंतर्गत मुख्य रूप से रेलवे की नौकरी आती है।
इसमें आईटीआई कर चुके विद्यार्थी भी हिस्सा ले सकते हैं इस प्रोग्राम के सहारे आपको रेलवे में जो वैकेंसी आती है उसमें क्या-क्या कार्य होते हैं उन नौकरियों को किस प्रकार से आसानी से पाया जा सकता है इसके बारे में सिखाया जाता है।
वोकेशनल अप्रेंटिसशिप – अप्रेंटिसशिप एक ऐसा कोर्स है ना जो सभी विद्यार्थियों के लिए बना है यदि आप वोकेशनल क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करते हैं तो आप इस अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम में हिस्सा ले सकते हैं या आपको आपके क्षेत्र में होने वाले सभी नौकरियां की जानकारी देता है और उससे जुड़ी ट्रेनिंग प्रोग्राम देता है ताकि आपको आगे चलकर नौकरी पाने में आसानी हो।
शैक्षणिक योग्यताएं
किसी भी क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थी अप्रेंटिसशिप को कर सकते हैं यदि आप कक्षा आठवीं पास कर चुके हैं 12वीं पास कर चुके हैं ग्रेजुएशन कर चुके हैं आईटीआई कर चुके हैं तो आपके लिए अप्रेंटिसशिप का दरवाजा खुल जाता हैं।
अप्रेंटिसशिप पोस्ट इस बात पर निर्भर करता है कि जिस कंपनी इंडस्ट्री या क्षेत्र द्वारा या नौकरी निकाली गई है वह अपने पात्रता मापदंड में क्या-क्या मांग कर रहा है इस आधार पर आप अप्लाई कर सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर यदि आप रेलवे में नौकरी पाना चाहते हैं तो रेलवे में मुख्य रूप से आठवीं पास से लेकर 12वीं पास आईटीआई क्षेत्र के विद्यार्थियों को मौका दिया जाता है वह विद्यार्थी जो भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान और गणित विषय को लेकर 12वीं पास करते हैं वह भी इस क्षेत्र में नौकरी पाने के योग्य होते हैं।
आयु सीमा
आयु सीमा भी इस बात पर निर्भर करती है कि किस कंपनी द्वारा वैकेंसी निकाली गई है और उसे कंपनी की मांग क्या है।
मुख्य रूप से अप्रेंटिसशिप पद पर नौकरी पाने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 16 वर्ष है अधिकतम आयु सीमा कोई भी नहीं होती यदि आप 16 वर्ष के हैं तो आप बहुत सारे पदों के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
अक्सर जब कोई जॉब वैकेंसी निकाली जाती है तो यह सभी जानकारियां नोटिफिकेशन में दे दी जाती है जिसके बाद ही आप अप्लाई करते हैं इसलिए वैकेंसी के लिए अप्लाई करने से पहले नोटिफिकेशन की पूरी जानकारी जरूर ले।
NCVT MIS Apprenticeship ट्रेनिंग प्रदान करने वाली कंपनियां
कुछ ऐसी बड़ी-बड़ी कंपनियां है जो अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग करती है और ट्रेनिंग के साथ-साथ यदि आप उसे कार्य क्षेत्र में अच्छे हैं तो वह आपको रोजगार के अवसर भी प्रदान करती हैं वह मुख्य कंपनियों के नाम इस प्रकार हैं जहां आप ट्रेनिंग के साथ-साथ नौकरियां भी पा सकते हैं और हर साल इन कंपनियों के द्वारा वैकेंसी निकाली जाती है।
रेलवे, ONGC, आईओसीएल, आर्डिनेंस, PSU जैसे HAL, BEL आदि में आईटीआई फिटर, आईटीआई वेल्डर, इलेक्ट्रिशन, आदि के लिए अप्रेंटिस भर्ती निकलती रहती है।
- भारतीय रेलवे
- रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन – DRDO
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- MSIL – मारुती सुजुकी इंडिया लिमिटेड
- कोल इंडिया लिमिटेड
- तेल और प्राकृतिक गैस निगम – ONGC etc.
अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship) चयन प्रक्रिया
यदि आप अप्रेंटिस के लिए अप्लाई करते हैं तो आपका चयन किस प्रकार से किया जाता है चलिए जानते हैं प्रत्येक कंपनी द्वारा चयन करने की प्रक्रिया अलग-अलग होती है मुख्य रूप से जिस प्रक्रिया का प्रयोग किया जाता है उसके बारे में चर्चा करते हैं।
- पंजीकरण
- क्रेडेंशियल का सत्यापन
- दस्तावेज़ सत्यापन
- चिकित्स्क जाँच
पंजीकरण – सबसे पहले आपको आवेदन फॉर्म भरना होता है आवेदन करते समय आपको याद याद रखना जरूरी है कि आप उसे वैकेंसी के लिए अप्लाई करने की योग्य है या नहीं उसके बाद आपको एनएटीएस (राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना) मैं ऑनलाइन आवेदन करना होगा आप इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं।
क्रैडेंशियल का सत्यापन – आप जो ऑनलाइन फॉर्म आवेदन करते हैं तो यह जांच की जाती है कि आपने सभी जानकारी को सही ढंग से भरा है या नहीं उसके बाद यह चेक किया जाता है कि आप उसे पद के लिए कार्य करने योग्य है या नहीं यदि आपने किसी भी प्रकार की गलती की है आवेदन करते समय तो आपके आवेदन पत्र को रद्द कर दिया जाता है इसी दौरान उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।
दस्तावेज सत्यापन – मुख्य रूप से जिन उम्मीदवारों को चयन किया जाता है उनके पास ईमेल के माध्यम से डीटेल्स भेजी जाती है और उन्हें दस्तावेज सत्यापन के लिए आमंत्रित किया जाता है।
मूल दस्तावेज़
- डिग्री / बी टेक / डिप्लोमा मार्क-शीट
- आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र
- NATS MHRD का नामांकित दस्तावेज़
- जाति प्रमाण पत्र (गैर-मलाईदार परत प्रमाणपत्र ओबीसी के लिए अनिवार्य है)
दस्तावेजों की फोटोकॉपी:
- डिग्री / बी टेक / डिप्लोमा मार्क-शीट
- आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र
- NATS MHRD का नामांकित दस्तावेज़
- जाति प्रमाण पत्र (गैर-मलाईदार परत प्रमाणपत्र ओबीसी के लिए अनिवार्य है)
प्रस्तुत किए जाने वाले दस्तावेजों की स्कैन की गई फोटोकॉपी:
- नवीनतम पासपोर्ट आकार की तस्वीर (200KB से कम JBG प्रारूप)
- आधार कार्ड (PMB प्रारूप 500KB से 1MB)
- डिग्री / बी। टेक / डिप्लोमा मार्क-शीट (पीडीएफ प्रारूप 500 केबी से 1 एमबी)
मेडिकल टेस्ट – यह सबसे अहम पाठ होता है जिसमें यह चेक किया जाता है कि नोटिफिकेशन में बताए गए मेडिकल जानकारी के आधार पर क्या आप मेडिकल फिट है या नहीं तभी आपका चयन किया जाता है इसलिए आपको आवेदन करने से पहले अपनी मेडिकल जांच स्वयं कर लेनी चाहिए।
अप्रेंटिसशिप रजिस्ट्रेशन के लिए दस्तावेज
यहां पर कुछ मुख्य दस्तावेजों की सूची दी गई है जो आपको अप्रेंटिसशिप रजिस्ट्रेशन के दौरान मांगी जाती है –
- मोबाइल नंबर
- ई-मेल आईडी
- आधार नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ प्रारूप
- योग्यता डिग्री / प्रोविजनल प्रमाण-पत्र
- बैंक पासबुक/बैंक खाता विवरण का पहला पेज
- मूल निवासी प्रमाण-पत्र
- जाति प्रमाण-पत्र
- पहचान प्रमाण-पत्र (जैसे- पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि)
NATS में अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship) के लिए आवेदन एसे करें
आप ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों माध्यम से अप्रेंटिस से पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें –
नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेंनिंग स्कीम के लिए आप एनएटीएस की आधिकारिक पोर्टल पर विजिट करें
मेनू के पेज पर आपको इस्टैबलिश्ड (Establish) का बटन दिखेगा उसे पर क्लिक करें अब आपके यहां पर दो विकल्प दिए जाएंगे जिसमें से आपको एस्टेब्लिशमेंट सर्च (Establishment Search) केमिकल को चुनना हैं।
आपके सामने एक एप्लीकेशन फॉर्म आएगा जिसमें आपको सारी जानकारी को सावधानीपूर्वक भरना है।
Name, Region, State (mandatory), District, trade type, trade और Seat Available
सारी जानकारी को भरने के बाद आपके सामने एक search का बटन आएगा उसे पर क्लिक करें।
आपके सामने कई सारे अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम के नाम दिखाई देंगे।
आप जिस अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम के लिए आवेदन करना चाहते हैं उसे पर क्लिक करें और आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जिसमें आपको अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम की पूरी जानकारी दी जाएगी।
यदि उसे समय दौरान अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम के लिए कोई भी सीट खाली हुई तो आपको अप्लाई का विकल्प दिखेगा जिस पर क्लिक करके आप अप्लाई कर सकते हैं।
उसके बाद आपसे कुछ जरूरी जानकारियां मांगी जाएगी आपको वे सभी जानकारी को भरना है और फिर आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन कैसे करें –
अक्सर कंपनियों द्वारा इंटरनेट समाचार पत्र रोजगार समाचार पत्रों के माध्यम से वैकेंसी निकाली जाती है नोटिफिकेशन जारी किया जाता है।
सबसे पहले नोटिफिकेशन की पूरी जांच करें।
फिर उसमें दिए गए एप्लीकेशन फॉर्म के माध्यम से आप आवेदन करें।
ट्रेनिंग के प्रकार
अप्रेंटिस शिव के दौरान किस प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है और इसके फायदे क्या क्या है यहां पर आपको ट्रेनिंग क्षेत्र के नाम बताए गए हैं-
- Gas Cutter
- Mechanic (All Types)
- Optical Worker
- Pipe Fitter
- Plumber
- Power Electrician
- Pump Operator
- Sheet Metal Worker
- Technician
- Tool & Die Maker
- Tractor Mechanic
- Welder
- Wire man
अप्रेंटिसशिप वेतन की पूरी जानकारी
भारत के अप्रेंटिसशिप नियमों के अनुसार प्रोग्राम में पहले वर्ष के मुकाबले 10 प्रतीशत और तीसरे वर्ष में 15 प्रतीशत बढ़ोतरी की जा सकती है।
सारे विद्यार्थियों के मन में यह सवाल होता है कि अप्रेंटिसशिप के दौरान न्यूनतम तथा अधिकतम वेतन कितना दिया जाता है –
श्रेणी | प्रथम वर्ष के लिए निर्धारित न्यूनतम आधार वेतन राशि |
कक्षा 5 से 9 | 5000 प्रति माह |
कक्षा 10 | 6000 प्रति माह |
कक्षा 12 | 7000 प्रति माह |
राष्ट्रीय या राज्य प्रमाणपत्र धारक | 7000 प्रति माह |
तकनीशियन (व्यावसायिक) अपरेंटिस या व्यावसायिक प्रमाणपत्र धारक या सैंडविच कोर्स (डिप्लोमा संस्थानों के छात्र) | 7000 प्रति माह |
किसी भी स्ट्रीम या सैंडविच कोर्स में तकनीशियन अपरेंटिस या डिप्लोमा धारक (डिग्री संस्थानों के छात्र) | 8000 प्रति माह |
किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएट अप्रेंटिस या डिग्री अप्रेंटिसशिप या डिग्री धारक | 8000 प्रति माह |
कौशल प्रमाणपत्र धारक | अगर अभ्यर्थीयों को ऊपर बताए गए वेतनों में से वेतन नहीं दिया जाता तो अभ्यर्थियों को न्यूनतम 5000 रूपये प्रति माह वेतन दिया जाता है। |
सेंट्रल बैंक अपरेंटिस पद के लिए वार्षिक वेतन
शाखा | वेतन |
ग्रामीण/अर्ध-शहरी शाखाएँ | रु. 15000/- |
शहरी शाखाएँ | रु. 15000/- |
मेट्रो शाखाएँ | रु. 15000/- |
निष्कर्ष
आज हमने जाना अप्रेंटिसशिप क्या होता है इसके बारे में आपको पूरी जानकारियां बताई गई हैं।
यदि ऊपर दी गई सारी जानकारियां आपके लिए लाभकारी हो तो अन्य जानकारी के लिए हिंदी उपदेश की पोर्टल पर सर्च करें धन्यवाद।